Shraddha Kapoor : शार्क टैंक इंडिया के लेटेस्ट एपिसोड में एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) का ज्वेलरी ब्रांड फंड जुटाने आया था। श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) के ब्रांड का नाम पल्मोनस है। यह कंपनी डेमी-फाइन ज्वैलरी बनाती है। इनका दावा है कि ये किफायती दामों पर हाई क्वालिटी की ज्वैलरी उपलब्ध कराते हैं।
जिसका रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है। इस कंपनी के संस्थापक पल्लवी और अमोल हैं। श्रद्धा (Shraddha Kapoor) के ब्रांड के मालिक ने शार्क टैंक पहुंचकर उन्होंने 126 करोड़ रुपये की कंपनी के लिए 1% इक्विटी यानी 1.26 करोड़ रुपये मांगे।
Shraddha Kapoor के ब्रांड पर उठा सवाल
पल्लवी और अमोल ने पूरे विश्वास के साथ बताया कि पल्मोनस प्रीमियम प्लेटिंग देता है। जो पारंपरिक आर्टिफिशियल ज्वैलरी से बेहतर है और ये त्वचा के लिए भी काफी उपयुक्त है। लेकिन बातचीत के दौरान विनीता ने उनके लाइफटाइम वारंटी के बारे में पूछा।
इसके बाद माहौल थोड़ा गरमा गया और बहस गरमा गई। लाइफटाइम वारंटी के बारे में संस्थापक पल्लवी ने कहा कि सामान वापस खरीदते समय ऑर्डर कॉस्ट का एक प्रतिशत दिया जाता है और कुछ सालों बाद वे स्टोर क्रेडिट में 15% देते हैं।
विनीता ने लगाए श्रद्धा के ब्रांड पर आरोप
इस पर विनीता ने कहा कि यह लाइफटाइम वारंटी नहीं है। विनीता ने आगे कहा कि जब ग्राहकों को पता चलेगा कि लाइफटाइम वारंटी के नाम पर उनके साथ धोखा हुआ है। तो इसका असर श्रद्धा (Shraddha Kapoor) के ब्रांड पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर मैं 3000 रुपये की कोई चीज खरीदती हूं और आप मुझे 400 रुपये का स्टोर वाउचर देते हैं, तो यह बेकार है। क्योंकि आपके स्टोर में कोई भी चीज 400 रुपये की नहीं है। इससे ग्राहकों को क्या फायदा होगा।
श्रद्धा ने ज्वेलरी ब्रांड में लगाया हुआ है पैसा
पल्लवी ने कहा कि कंपनी का हिस्सा बनने से पहले श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) ने खुद यहां से आभूषण खरीदे थे। हालांकि श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) शो में नहीं आईं क्योंकि पल्लवी ने उनसे कहा कि पिच पर आपकी विशेषज्ञता नहीं है। पल्मोनस ने पहले ही 6 करोड़ रुपये की एंजल फंडिंग जुटा ली थी। जिसमें इस साल 35 करोड़ रुपये का मुनाफा दिखाया गया था। बातचीत के दौरान अमन गुप्ता ने इस मूल्यांकन पर सवाल उठाया और 20 करोड़ रुपये की पेशकश की।
शार्क टैंक से खाली हाथ लौटा श्रद्धा का ब्रांड
नमिता थापर ने संस्थापकों को उनके अनुसार प्रस्ताव दिया। लेकिन 1% की रॉयल्टी ली। आखिरकार श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) के ब्रांड पामोनस के संस्थापकों को बिना किसी सौदे के ही चले जाना पड़ा और शार्क्स ने जोर देकर कहा कि ब्रांड में क्षमता तो है। लेकिन जब दीर्घकालिक ग्राहक वफादारी बनाने की बात आती है तो विश्वास और पारदर्शिता से समझौता नहीं किया जाता है।
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