छोटे-छोटे प्रोग्राम में गाकर पैसे जोड़ते थे गुरू रंधावा,रातों-रात इस गाने से चमक गई

पंजाबी सिंगर गुरू रंधावा आज अपना 29 वां बर्थ डे सेलिब्रेट कर रहे हैं। गुरू रंधावा ने हाई रेटेड गबरू, बन जा तू मेरी रानी, लगदी लाहौर दी, तेनू सूट सूट करदा, मेड इन इंडिया, इशारे तेरे गाने गाए हैं। इमसें कुछ गाने ऐसे भी हैं जो लोगों के जुबान पर रट गए हैं। अकसर जब कोई गायक फेमस होता है, तो गाने से पहले गायक की आवाज की तारीफ की जाती है। पंजाब के रहने वाले गुरू रंधावा बॉलीवुड इंडस्ट्री में अलग मुकाम हासिल कर चुके हैं।

उन्होंने पंजाबी गानों के साथ बॉलीवुड की कई फिल्मों के लिए गाने गा चुके हैं। अब उनकी पहचान उनके गानों के बोल के जरिए होने लगी है। अपने गले की जादुई आवाज से लोगों को दीवाना बनाने में माहिर हैं गुरू रंधावा। जहां पर भी जाते हैं पार्टियों में चार-चांद लगा देते हैं। बता दें कि- उनका जन्म 30 अगस्त 1991 को पंजाब राज्य के गुरादासपुर जिले के नूरपुर में हुआ था। पहले उनका नाम गुरशणोजत सिंह रंधावा रखा गया था।

दिल्ली से एमबीए करने के बाद संगीत में करियर बनाया

छोटे-छोटे प्रोग्राम में गाकर पैसे जोड़ते थे गुरू रंधावा,रातों-रात इस गाने से चमक गई

गुरू रंधावा, दिल्ली एमबीए करने के लिए गए थे। लिखाई- पढ़ाई में शूरू से ही वो होशियार थे। उनका मन तो संगीत की दुनिया में लगता था। उन्होंने पढ़ाई को जारी रखने के साथ-साथ छोटे प्रोग्राम में गाना शुरू कर दिया। जिससे उनके अंदर लोगों के बीच गाने का आत्मविश्वाश बढ़ता चला गया। दिल्ली से मास्टर्स एमबीए की डिग्री कंपलीट करने के बाद संगीत में अपना भविष्य बनाने की ठाल लीं। लगन और ललक के साथ संगीत को सीखते हुए सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ते चले गए। जिसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

दो बार नाकाम होने के बाद भी इस गाने से छा गए थे गुरू रंधावा

छोटे-छोटे प्रोग्राम में गाकर पैसे जोड़ते थे गुरू रंधावा,रातों-रात इस गाने से चमक गई

गूरू रंधावा ने अपने करियर की शुरूआत बतौर गायक साल 2012 में की। उनका पहला गाना सेम गर्ल हिट न हो सका। साल 2013 में गुरू रंधावा ने अपनी पहली एलबम पैग वन को लॉन्च किया था। इस बार भी मायूसी ही हाथ लगी थी। ये गाना भी हिट नहीं हुआ। दो साल बाद 2015 में गुरू रंधावा ने मशहूर रैपर बोहेमिया के साथ मिलकर “पटोला” गाना क्रिएट किया। इस गाने के बाद से ही गुरू रंधावा की किस्मत बदल गई।

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