मुम्बई- अभिनेता सोनू सूद आज 47 साल के हो जाएंगे। लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की मदद करके लोगों का दिल जीत चुके सूद ने अपने जन्मदिन को खास बनाने के लिए भी बेहद खास तैयारी की है। इस मौके पर वे देश के कई हिस्सों में मुफ्त चिकित्सा शिविरों का आयोजन करने वाले हैं। इसके अलावा वे अस्पताल में भर्ती एक्टर अनुपम ओझा की मदद भी कर रहे हैं। पिछले कुछ वक्त में सोनू सूद को सोशल मीडिया पर सुपरहीरो से लेकर भगवान तक कहा जाने लगा है। किसी ने अपनी दुकान का नाम अभिनेता के नाम पर रख लिया तो किसी ने सोनू सूद की मूर्ति बनाकर मंदिर बनाना चाहा। इन सब बातों के बीच एक बात तो बिलकुल साफ है कि सोनू सूद ने कोरोना काल में हर किसी का दिल जीता है। नेता से अभिनेता और बच्चे से बुजर्ग तक, हर किसी ने सोनू सूद को सुपर हीरो बताया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियर हैं सोनू
सोनू सूद का जन्म 30 जुलाई 1973 को पंजाब के मोगा में हुआ था। सोनू सूद न सिर्फ हिंदी बल्कि तेलुगू, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में भी अभिनय करते हैं। साउथ से लेकर बॉलीवुड तक मशहूर हो चुके सोनू सूद इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग कर चुके हैं। सोनू सूद सिर्फ एक अभिनेता ही नहीं बल्कि मॉडल और प्रोड्यूसर भी हैं। सोनू मिस्टर इंडिया प्रतियोगिता के प्रतियोगी भी रहे हैं।
फैमिली मैन हैं सोनू, पत्नी रहती लाइमलाइट से दूर
सोनू और सोनाली ने साल 1996 में शादी की थी। इनके दो बेटे भी हैं। सोनाली का बॉलीवुड से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। शायद यही कारण है कि वो लाइमलाइट से दूर रहना ही पसंद करती हैं। सोनू फैमिली मैन हैं और वह अक्सर अपने बच्चों के साथ हॉलिडे पर जाते हैं।
भगत सिंह का किरदार निभा आये थे चर्चा में
सोनू ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1999 में तमिल फिल्म ‘कल्लाजहगर’ से की थी। वहीं सोनू सूद की पहली बॉलीवुड फिल्म शहीद-ए- आजम थी जो साल 2002 में रिलीज हुई थी। फिल्म में सोनू सूद ने भगत सिंह का किरदार निभाया था। शहीद-ए- आजम से सोनू सूद ने सबका दिल जीता था लेकिन उन्हें असली पहचान ‘युवा’ फिल्म से मिली। इसके बाद ने उन्हें शोहरत दिलाई। फिलहाल सोनू सूद प्रवासी मजदूरों के लिए भगवान माने जा रहे हैं। हर तरफ उनके काम की तारीफ हो रही है।
कोरोना काल में गरीबों के बने मसीहा
कोरोना काल में सोनू सूद मसीहा बनकर आए हैं। सोनू सूद ने शुरुआत में गरीबों और छात्रों को उनके घर तक पहुंचाने का काम किया। लेकिन अब सोनू अपने इस नेक काम में बहुत आगे आ गए हैं। अब वो न सिर्फ हजारो लोगों को भोजन की व्यवस्था करवा रहे हैं बल्कि साथ ही साथ सोशल मीडिया के माध्यम से भी मदद कर रहे हैं। सोनू कभी किसी को नौकरी दिलवाते हैं तो कभी किसी को घर पर ट्रैक्टर पहुंचाते हैं। सोनू सूद की दरियादिली हर दिन देखने को मिल रही है।
जन्मदिन पर करेंगे निःशुल्क चिकित्सा शिविरों के आयोजन
सोनू सूद ने बताया कि अपने जन्मदिन के मौके पर मैंने देशभर में चिकित्सा शिविरों के आयोजन की योजना बनाई है। उनके मुताबिक इस पहल में 50 हजार से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे। सोनू सूद ने ग्राम पंचायतों और मुखियाओं के साथ समन्वय करते हुए इन शिविरों के लिए तैयारी की है, ताकि सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए उनका आयोजन हो सके। सोनू ने बताया कि इन निःशुल्क कैम्प्स के आयोजन के लिए वे उत्तर प्रदेश, झारखंड, पंजाब और ओड़िशा के कई डॉक्टर्स के संपर्क में हैं, जहां लोग आकर अपना चेकअप करा सकेंगे।
अनुपम श्याम ओझा की मदद करेंगे सोनू
टीवी सीरियल ‘मन की आवाज प्रतिज्ञा’ में ठाकुर सज्जन सिंह के रोल से फेमस हुए अभिनेता अनुपम श्याम ओझा मुंबई के एक अस्पताल के आईसीयू वार्ड में हैं। हाल ही में पत्रकार और फिल्ममेकर एस. रामचंद्रन और अभिनेता मनोज जोशी ने अनुपम के इलाज के लिए सूद से मदद की अपील की थी। जिसके बाद सोनू ने मदद का आश्वासन देते हुए जवाब दिया कि ‘मैं उनके संपर्क में हूं’।
सब्जी बेच रही इंजीनियर को नौकरी दिलवाई
सोनू ने हाल ही में शारदा नाम की एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मदद करते हुए उसकी नौकरी लगवाई थी। लॉकडाउन के दौरान उसकी नौकरी चली गई थी और वो सब्जी बेचने पर मजबूर थी। जब एक यूजर ने सोनू से शारदा को नौकरी दिलवाने में मदद करने का आग्रह किया, तो सोनू ने उसे रिप्लाई करते हुए लिखा, ‘मेरी ऑफिशियल टीम शारदा से मिल चुकी है। इंटरव्यू हो गया है। जॉब लेटर भी भेज दिया गया है। जय हिंद।’