Actress: ‘कसौटी जिंदगी की’ से लोकप्रियता हासिल करने वाली एक्ट्रेस (Actress) श्वेता तिवारी ने सिंगल मदर के तौर पर पलक तिवारी और बेटे रेयांश की अकेले परवरिश करने के बारे में खुलकर बात की. भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया के पॉडकास्ट में उन्होंने अपनी बेटी की परवरिश के बारे में खुलासा किया. तो इसी बीच आइए आगे जानते हैं कि आखिर क्यों एक्ट्रेस ने अपनी बेटी को घर में नौकरानी बना दिया?
बेटी को ऐसे करनी पड़ती थी भरपाई

एक्ट्रेस (Actress) श्वेता तिवारी का मानना है कि बच्चों को शुरू से ही कड़ी मेहनत और ज़िम्मेदारी का महत्व समझाना बहुत ज़रूरी है. इसी सोच के साथ उन्होंने अपनी बेटी पलक को बचपन से ही कम बजट में रहना सिखाया. श्वेता ने बताया कि अगर पलक उनकी तय पॉकेट मनी से ज़्यादा खर्च करती थीं, तो उन्हें घर के काम करके इसकी भरपाई करनी पड़ती थी. पॉडकास्ट में श्वेता ने बताया कि जब भी पलक को ज़्यादा पैसों की ज़रूरत होती थी, तो वह घर के काम करती थीं.
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फोन ट्रैक करना किया शुरू
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श्वेता तिवारी ने इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैं सख़्त तो नहीं थी, लेकिन हमारे घर में नियम थे. अगर आप कहते थे कि दोपहर 1 बजे तक वापस आ जाओगे, तो 1 बजे का मतलब होता था दरवाज़े पर आना.” एक्ट्रेस (Actress) ने बेटी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, श्वेता ने पलक के दोस्तों और उसकी माँ के कॉन्टैक्ट डिटेल्स अपने पास रख लिए. उन्होंने पलक के फोन पर नजर रखी और उसे 16 साल की उम्र तक मेकअप करने की इजाजत नहीं दी. इसके अलावा, पलक को स्कूल खत्म होने तक फोन रखने की भी इजाजत नहीं दी गई.
बाथरूम से लेकर बर्तन तक धोया
बता दें की एक्ट्रेस (Actress) श्वेता तिवारी ने पलक तिवारी को अनुशासन के साथ-साथ पैसों की कीमत भी सिखाई। उन्होंने बताया, “पलक को एक बजट दिया गया था – मान लीजिए 25,000 रुपये. अगर वह 30,000 रुपये खर्च करती, तो उसे घर के काम करके उसकी भरपाई करनी पड़ती – 1000 रुपये बाथरूम साफ़ करने में, 500 रुपये बिस्तर साफ़ करने में और 1000 रुपये बर्तन धोने में.” पलक ने इस सिस्टम पर काम किया. बजट से ज़्यादा खर्च करने पर उसे पहले से ही अतिरिक्त काम करना पड़ता था।