अनोखी शादी: 5.5 फीट की दुल्हन, 3 फीट का दुल्हा, इस वजह से हुई ये शादी

शादी तो बहुत देखी है , लेकिन आज जिस तरह की शादी के बारे में हम आपकों बताने जा रहे है उसके बारे में आपने शायद ही कभी सुना है। गुजरात के जूनागढ़ में अनोखी शादी हुई। यहां साढ़े 5 फुट की एक नेत्रहीन युवती ने 13 साल बड़े 3 फुट के सरकारी टीचर से ब्याह किया। युवती 29 साल की है, वहीं दूल्हे की उम्र 42 साल है। दुल्हन बनी युवती का नाम शांता मकवाणा है। वहीं दूल्हा रमेश भाई सडोदर गांव के सरकारी स्कूल में टीचर हैं। इस तरह की अनोखी शादी के दूर-दूर तक चर्चे हो रहे हैं।29 वर्षीय शांता मकवाणा सत्यम सेवा युवक मंडल के गर्ल्स हॉस्टल में बचपन से ही रह रही है।

जन्मांध है शांता मकवाणा

अनोखी शादी: 5.5 फीट की दुल्हन, 3 फीट का दुल्हा, इस वजह से हुई ये शादी

बताया जाता है कि, शांता मकवाणा बचपन से ही नेत्रहीन है। उसने बीएड कर रखा है। उसके बारे में पता कर जाम-जोधपुर तहसील के रहने वाले सरकारी टीचर रमेश भाई डांगर ने उससे शादी की इच्छा जताई। दोनों राजी हो गए।

अनोखी शादी: 5.5 फीट की दुल्हन, 3 फीट का दुल्हा, इस वजह से हुई ये शादी

उसके बाद बीते सोमवार को ही दोनों की शादी हो गई।दोनों का विवाह समारोह सत्यम सेवा युवक मंडल के प्रयासों से ही संपन्न हुआ। जहां अब तक यूं तो बहुत-सी शादियां हुईं, लेकिन यह शादी सबसे अनोखी शादी हुई।

इस जोड़ी की एक खास बात यह भी रही कि दुल्हन नेत्रहीन थी और दूल्हा बौना। हालांकि, दोनों अच्छे-खासे पढ़े लिखे हैं। दूल्हा सरकारी नौकर भी है, इसलिए गुजर-बसर भी ठीक रहेगी। दोनों की इस शादी पर लोग उन्हें बधाइयां दे रहे हैं।

इससे पहले भी सुनने को मिले हैं किस्से

अनोखी शादी: 5.5 फीट की दुल्हन, 3 फीट का दुल्हा, इस वजह से हुई ये शादी

ऐसी अनोखी शादी के इससे पहले भी कई किस्से सुनने में आए है । मुजफ्फरपुर के सतपुरा इलाके में 37 वर्ष तक अविवाहित रहे दूल्हा को 29 वर्ष की दुल्हन मिल गई। वार्ड नंबर 33 में रहने वाले फूल बाबू की जन्म के बाद लंबाई नहीं बढ़ी। उनकी लंबाई तीन फीट की ही रह गई। इस वजह से उनकी शादी नहीं हुई। वार्ड नंबर 34 में रहने वाले अख्तर हुसैन की बेटी सरबरी बेगम की भी लंबाई जन्म के बाद ज्यादा नहीं बढ़ी।

अनोखी शादी: 5.5 फीट की दुल्हन, 3 फीट का दुल्हा, इस वजह से हुई ये शादी

उनकी लंबाई ढाई फीट ही रह गई। जिसके चलते उसकी भी शादी नहीं हो रही थी।ऐसे में वार्ड पार्षद अब्दुल्लाह ने पहल करते हुए वार्ड नंबर 34 में रहने वाले अख्तर हुसैन की बेटी सरबरी बेगम के फूल बाबू से रिश्ते की बात चलाई। जब अब्दुल्लाह ने रिश्ते की बात की तो दोनों परिवार शादी के लिए राजी हो गए और दोनों की शादी भी संपन्न हो गई।

मेरा नाम दिव्यांका शुक्ला है। मैं hindnow वेब साइट पर कंटेट राइटर के पद पर कार्यरत...