MS Dhoni: कल शुक्रवार को चैन्नई और हैदराबाद (CSK vs SRH) के बीच खेले गए मैच में चैन्नई कि टीम ने 7 विकेट के मार्जिन से जीत हासिल कर ली। मैच में चैन्नई की टीम की पकड़ शुरू से ही मजबूत थी और खिलाड़ियों ने भी उम्मीद के अनुसार ही प्रदर्शन किया। यह मैच चैन्नई के होम ग्राउन्ड पर खेला गया, जहाँ सीएसके के कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का निर्णय लिया और वह अंत तक सही भी साबित हुआ।
इस शानदार जीत के बाद सीएसके के कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) ने कुछ ऐसा कह दिया, जो उनके फैंस के लिए सुनना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। उन्होंने अपने बयान में इशारों-इशारों में ही रिटायरमेंट की बात कह दी है। चलिए तो जानते हैं कि आगे उन्होंने क्या कहा….
बैटिंग का ज्यादा मौका नहीं मिल रहा

हैदराबाद को अपने ही गढ़ में हराने के बाद कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) ने कहा कि,
मुझे बल्लेबाजी के अधिक मौके नहीं मिल रहे हैं। मुझे कोई शिकायत नहीं है। आपको उसका गेंदबाजी एक्शन (पथिराना) चुनने के लिए टाइम चाहिए। उसके पास वैरिएशन है, उसकी रफ्तार अच्छी है। हमने लसीथ मलिंगा के साथ देखा है। ऐसा व्यक्ति जिसका एक्शन बहुत ही अजीब है और जो लाइन और लेंथ के साथ बहुत अच्छा है। उसको रन बनाना मुश्किल है। ये मेरे करियर का आखिरी पड़ाव है, उसका मजा लेना महत्वपूर्ण है। यहां आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है। उन्होंने (फैंस) बहुत प्यार और स्नेह दिया है। वे मुझे सुनने के लिए हमेशा ही देर करते रहते हैं।
महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने आगे कहा कि,
“निश्चित रूप से वह एक खोज रहा है। मैं दूसरी बैटिंग करने से हिचकिचा रहा था। मुझे लग रहा था कि अधिक ओस नहीं पड़ने वाली। हल्के बादल भी छाए हुए थे। स्पिनर एक बार आए तो उन्होंने बहुत ही बेहतर लेंथ से गेंदबाजी की। कुल मिलाकर बीच के ओवरों का एक सेटअप था। तेज गेंदबाजों ने अंतिम कुछ ओवरों में बहुत बेहतरीन गेंदबाजी की।”
फील्ड सेटिंग गेंदबाज के हाथ

माही (MS Dhoni) ने कहा कि,
“मैं हमेशा उनसे कहता हूं कि फील्ड सेटिंग करने की सबसे पहली प्राथमिकता आपके ही पास है। फिर भी उन्होंने मुझे बेस्ट कैच का अवॉर्ड नहीं दिया। मैं इतनी बेकार स्थिति में था। सिर्फ इसलिए कि हम दस्ताने पहनते हैं, लोगों को लगता है कि यह काफी आसान है। मुझे लगा कि यह बेहतरीन कैच है।
कुछ वक्त पहले मुझे अभी भी एक खेल याद है। जिसमें राहुल द्रविड़ कीपिंग कर रहे थे और उन्होंने ऐसा ही एक शानदार कैच पकड़ा। एक बार जब आप बूढ़े हो जाते हैं, तभी आपको उसका बेहतर अनुभव मिलता है। जब तक आप सचिन पाजी नहीं हैं और 16-17 साल की उम्र में खेलना शुरू करते हैं। निश्चित रूप से बूढ़ा होंगे ही, इससे दूर नहीं हो सकते हैं।”
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