ज्यादातर ऐसा देखा जाता है कि, शादी विवाह के अवसर पर किन्नर जरूर उपस्थित होते हैं, लेकिन शादी समारोह की जिम्मेदारी लेने वाली राजस्थान के भरतपुर की किन्नर नीतू मौसी ने एक अलग मिसाल पेश की है। भरतपुर की किन्नर नीतू मौसी लगातार 9 साल से लेकर अब तक लगभग 90 गरीब लड़कियों की पूरे धूमधाम से शादी करवा चुकी हैं। इतना ही नहीं कोरोना वायरस के काल में भी उन्होंने अपना यह सिलसिला खत्म नहीं किया और हर साल की तरह इस साल भी सामूहिक शादी समारोह संपन्न करवाया। जिसमें से 10 गरीब लड़कियों की शादी उन्होंने ही करवाई है।
हिंदू और मुस्लिम लड़कियों की शादी होती है एक ही मंडप में
किन्नर नीतू मौसी ने सभी वधुओं के लिए शादी का पूरा सामान और सोने के आभूषण भी उपलब्ध करवाएं। हम आपको बता दें कि, संपन्न हुई सभी शादियों में 10 में से 3 मुस्लिम और 7 हिंदू हैं, लेकिन मंडप के नीचे ही शादी संपन्न कराई गई। भरतपुर में किन्नरों की यह पहल सभी को आश्चर्यचकित कर रही है। हिंदू मुस्लिम एकता को भी बढ़ावा मिल रहा है।
शादी करवाने के बाद बेटियों का रखती है ख़ास ख्याल
खबरों की मानें तो, पिछले 9 सालों से लेकर अब तक किन्नर नीतू मौसी लगभग 90 गरीब बेटियों की शादी करवा चुकी है। इतना ही नहीं शादी करवाने के अलावा वह सभी लड़कियों की ससुराल में जाकर उनका ख्याल भी रखती है और लगातार नेग पूरे करती रहती है। ससुराल में बेटी सुखी ही नहीं खुश भी रहे इस बात का खास ख्याल रखती है। उनका यह अभियान पूरा करने में किन्नर समाज उनकी मदद करता है।
किन्नर नीतू मौसी ने बताया कि, आज 10 बेटियों की शादी करवाई गई है। जिनमें सभी के लिए पूरा सामान उपलब्ध करवाया है। बारातियों और घरातिओ के लिए अच्छी दावत की व्यवस्था भी की गई है। इस शादी समारोह में लाखों रुपए खर्च हो जाते हैं, लेकिन शादी के इस खर्च को खुद नीतू मौसी ही उठाती है ना की किसी से सहायता लेती हैं।
नगर निगम के वार्ड से पार्षद भी रह चुकी हैं नीतू मौसी
बता दें कि, किन्नर नीतू मौसी को शहर वासियों ने मिलकर नगर निगम के पार्षद का चुनाव भी लड़वाया था। उन्हें भारतीय जनता पार्टी की तरफ से टिकट भी दिया गया था। वह नगर निगम के वार्ड 29 से पार्षद ही रह चुकी है। नीतू मौसी कहती हैं कि, समाज के लिए कुछ अच्छा कर पाना मेरे लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है। उनके इस सराहनीय कार्य के लिए लोग उनकी काफी तारीफें भी करते हैं, और उनकी इस पहल से बहुत ही प्रसन्न है।