Pratap Simha: इन दिनों संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। शीतकालीन सत्र के 8वें दिन यानी बुधवार को सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक (Loksabha Security Breach) का मामला सामने आया। शून्यकाल के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए और धुआं फैला दिया, जिससे चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि, सुरक्षाबलों ने दोनों संदिग्धों को पकड़ लिया और मार्शलों को सौंप दिया। संसद की सुरक्षा में हुई इस बड़ी चूक ने सभी को हैरान करके रख दिया है। बताया जा रहा है कि दोनों युवक भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा (Pratap Simha) के विजिटर्स पास पर लोकसभा की कार्यवाही देखने आए थे। जिससे उन्हें दर्शक दीर्घा में बैठने को स्थान मिला था।
कौन हैं बीजेपी सांसद Pratap Simha?
बता दें कि 47 साल के प्रताप सिम्हा (Pratap Simha) मैसूर-कोडगु सीट से लोकसभा सांसद हैं। वह मैसूर के एक लोकप्रिय बीजेपी नेता हैं और उन्होंने 2014 और 2019 दोनों ही बार पार्टी के टिकट पर चुनावी जीत हासिल की है। प्रताप सिम्हा पहले कन्नड़ा प्रभा में पत्रकार के तौर पर काम करते थे, फिर उन्होंने राजनीति में उतरने का फैसला किया। वह कर्नाटक बीजेपी के युवा विंग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने 2014 में पहली बाप चुनाव लड़ा और 2015 में प्रताप सिम्हा को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (Press Council of India) के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था।
हिंदुत्व के कट्टर समर्थक हैं प्रताप सिम्हा?
प्रताप सिम्हा (Pratap Simha) की पहचान हिंदुत्व के कट्टर समर्थक के तौप पर होती है। वह कर्नाटक में टीपू सुल्तान का जन्मदिन मनाने के सरकार के फैसले के खिलाफ थे,क्योंकि उनका कहना था कि टीपू सुल्तान केवल इस्लामवादियों के लिए आर्दश हो सकते हैं। इस साल की शुरुआत में,प्रताप सिम्हा ने पशु प्रेमियों पर भी भड़ास निकालते हुए बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि कुत्तों पर प्यार करने वाले लोगों के बच्चों को जब वे काटेंगे, तब उन्हें आवारा कुत्तों का खतरा समझ में आएगा। बीजेपी सांसद अपने फायर ब्रांड बयानों के चलते हमेशा विवादों में रहते हैं। उन्होंने एक बार विवादास्पद बयान देते हुए कहा था मस्जिद जैसा दिखने वाले हर बस स्टैंड को ध्वस्त कर दिया जाएगा। उन्होंने ये बयान इसलिए दिया था, क्योंकि बस स्टैंड को गुबंद जैसे आकार वाला बनाया गया था।
संसद भवन में क्या-क्या हुआ?
संसद भवन में बीते बुधवार आज से 22 साल पहले हुए आतंकवादी हमले की बरसी पर लोकसभा की कार्यवाही चल रही थी। तभी सदन में शून्यकाल के दौरान दोपहर करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से दो व्यक्ति सदन में कूदे। इनमें से एक व्यक्ति एक मेज से अगली मेज पर तेजी से कूदते हुए स्पीकर की कुर्सी की ओर भाग रहा था। बताया गया कि इन दोनों ने स्प्रे भी किया जिसके बाद हड़कंप मच गया। सुरक्षाकर्मियों और कुछ सांसदों ने उसे घेर लिया और दोनों को पकड़कर मार्शलों को सौंप दिया गया। इन दोनों ही आरोपियों को मैसूरु के बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा (Pratap Simha) की तरफ से पास मिला था। जब किसी सांसद के जरिए किसी व्यक्ति को पास दिया जाता है, तो उन्हें एक शपथ पत्र देना होता है कि वे उस व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं।
Pratap Simha की तरफ से नहीं आया कोई बयान
बता दें कि संसद में घुसपैठ करने वाले आरोपियों से जो पास बरामद हुआ है, उसमें बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा (Pratap Simha) का नाम लिखा हुआ है, यही वजह है कि अब बीजेपी सांसद हर किसी के निशाने पर हैं। हालांकि, अभी तक प्रताप सिम्हा की तरफ से इस घटना पर कोई बयान नहीं आया है। उन्होंने लोकसभा स्पीकर को ये बात जरूर बताई है कि घुसपैठ करने वाले में से एक आरोपी का पिता उनके संसदीय क्षेत्र का है और उसने उनसे विजिटर्स पास मांगा था।
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