Plane Crash : कल गुजरात के अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रेश (Plane Crash) ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। हादसा इतना भीषण था कि कई शवों की पहचान करना भी मुश्किल है। इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 लोगों की इस हादसे में जान चली गई.
हादसा इतना भीषण था कि विमान आग का गोला बन गया और मलबे में तब्दील हो गया। लेकिन इस हादसे की राख और मलबे में कुछ ऐसा मिला जिसने लोगों को हैरान कर दिया।
प्लेन क्रेश में हुआ अजूबा, भगवदगीता नहीं जली

इस दर्दनाक हादसे के बीच भगवद गीता की एक ऐसी किताब मिली जिसने सबका ध्यान खींचा। जो पूरा प्लेन (Plane Crash) जलने के बावजूद पूरी तरह सुरक्षित रही। जहां शवों के चिथड़े उड़ गए, वहीं भगवद गीता को खरोंच तक नहीं आई। स्क्रू ऑपरेशन के दौरान टीम के एक सदस्य ने मलबे से पूरी तरह सुरक्षित भगवद गीता ढूंढ निकाली।
हर कोई यह देखकर हैरान रह गया कि जहां चारों तरफ आग और तबाही का मंजर था। वहीं यह पवित्र ग्रंथ ना सिर्फ सही सलामत मिला, बल्कि इस पर एक खरोंच तक नहीं आई।
सोशल मीडिया पर छाया वीडियो
इस चमत्कारी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि भगवद गीता की किताब को मलबे से बिना जले पूरी तरह सही सलामत निकाला जा रहा है। यह नजारा ना सिर्फ अद्भुत है, बल्कि लाखों लोगों के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक बन गया है।
कथित तौर पर वीडियो में दुर्घटनास्थल दिखाया गया है। जहां राहत और बचाव कार्य चल रहा है। एक व्यक्ति हाथ में भगवद गीता पकड़े हुए दिखाई दे रहा है, जो पूरी तरह से सही सलामत है।
हादसे में 265 लोग की गई जान, पहचानना भी हो रहा मुश्किल

वीडियो में गुजराती भाषा में कुछ बोर्ड और साइन भी दिखाई दे रहे हैं। जो दावा कर रहे हैं कि यह जगह अहमदाबाद विमान दुर्घटना स्थल है। हादसे (Plane Crash) में मारे गए लोगों की पहचान करना फिलहाल बड़ी चुनौती है। इसलिए डीएनए जांच के लिए नमूने लिए जा रहे हैं।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 265 शवों को सुरक्षित रखा गया है। इस हादसे की जांच दो स्तरों पर की जा रही है। एक तरफ विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) और दूसरी तरफ नागरिक उड्डयन मंत्रालय की उच्च स्तरीय समिति जांच में जुटी है।
ब्लैक बॉक्स मिलने पर पता लगेगी असली वजह

ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद हादसे की असली वजह पता चलने की उम्मीद है। गुरुवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि हादसे (Plane Crash) के वक्त विमान में सवा लाख लीटर ईंधन था। जिसके कारण विस्फोट में किसी को बचने का मौका नहीं मिला। राहत और बचाव कार्य अब पूरा हो चुका है। डीएनए सैंपल की प्रक्रिया भी जल्द पूरी कर ली जाएगी और शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
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