Abhilasha Barak

Abhilasha Barak : आम जिंदगी में ही नहीं, बल्कि अब महिलाएं सेना में भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। बुधवार को भारतीय सेना को आर्मी कोर के रूप में पहली महिला अधिकारी मिल गई। आर्मी एविएशन कोर सेना का एक घटक है जिसका गठन 1 नवंबर 1986 में किया गया था। इस कोर का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारी करते हैं जिन्हें आर्मी एविएशन का महानिदेशक कहा जाता है।

भारतीय सेना के इतिहास में उस समय एक गौरवशाली अध्याय जुड़ गया। यह पहला मौका था जब किसी महिला पायलट (Abhilasha Barak) को आर्मी एविएशन कोर में जगह दी गई। भारतीय सेना के एविएशन इतिहास में पहली बार कोई महिला कॉम्बैट एविएटर के तौर पर शामिल हुई है।

कौन हैं देश की पहली कॉम्बैट एविएटर?

Abhilasha Barak

कैप्टन अभिलाषा बराक (Abhilasha Barak) को आर्मी एविएशन कोर में तैनात किया गया। इससे देश के साथ हिमाचल में भी खुशी की लहर दौड़ गई है। कॉम्बैट आर्मी एविएशन कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद कैप्टन अभिलाषा बराक आर्मी एविएशन कोर में कॉम्बैट एविएटर के तौर पर शामिल होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं।

हरियाणा के पंचकूला की रहने वाली कैप्टन अभिलाषा बराक का हिमाचल के कसौली स्थित प्रतिष्ठित द लॉरेंस स्कूल सनावर से भी गहरा नाता है। उन्होंने (Abhilasha Barak) अपनी प्रारंभिक शिक्षा सनावर स्कूल से प्राप्त की। इसलिए लॉरेंस स्कूल सनावर को भी अपनी पुरानी छात्रा अभिलाषा बराक पर गर्व है।

अभिलाषा को मिला यूएस में नौकरी का ऑफर

Abhilasha Barak

10वीं की परीक्षा देने के बाद स्कूल छोड़ दिया था। वह (Abhilasha Barak) यहां विंध्य गर्ल्स डॉरमेट्री में रहती थी। स्कूल के प्रधानाध्यापक हिम्मत सिंह ढिल्लों समेत पूरा स्कूल और पुराने सनावरवासी अभिलाषा की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने 2016 में दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक किया। अभिलाषा (Abhilasha Barak) को इंजीनियरिंग के बाद डेलॉइट, यूएसए में प्लेसमेंट भी मिला, लेकिन उन्होंने अपने पिता की तरह भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करना चुना।

भारतीय सेना में जाना अभिलाषा का था सपना

Abhilasha Barak

इसके बाद 2018 में ओटीए, चेन्नई से अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उन्होंने (Abhilasha Barak) आर्मी एविएशन कोर को चुना लेकिन उस समय महिलाओं को एविएशन में इजाजत नहीं थी लेकिन करीब दो साल बाद जब महिलाओं को पायलट के तौर पर शामिल करने की घोषणा हुई तो अभिलाषा समेत 15 महिला अफसरों ने आवेदन किया जिनमें से दो का चयन हुआ।

इसके बाद आगे की कार्रवाई में दूसरी अफसर भी बाहर हो गई और आखिरकार अभिलाषा (Abhilasha Barak) का चयन हुआ। कमांडेंट आर्मी एविएशन द्वारा 36 सेना पायलटों के साथ प्रतिष्ठित विंग से सम्मानित किया गया।

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