Lalbaugcha Raja: गणेश चतुर्थी का त्योहार महाराष्ट्र में बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। यह उत्सव महाराष्ट्र का सबसे बड़ा त्योहार है, जहां हर साल गली-नुक्कड़ पर छोटे से लेकर बड़े पंडाल सजाए जाते हैं। इस दिन गणपति बप्पा की पूजा की जाती है और कुछ दिन बाद लोग उन्हें विसर्जित कर देते हैं। लेकिन इस बीच भक्त मुंबई के ‘लालबाग के राजा’ ( Lalbaugcha Raja ) का भी बेसब्री से इंतजार करते हैं। देशभर से लोग यहां उनके दर्शन करने पहुंचते हैं और श्रद्धा के अनुसार उन्हें चीजें भेंट करते हैं।
इसी कड़ी में मशहूर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी का लालबाग के राजा ( Lalbaugcha Raja ) के साथ एक अलग ही रिश्ता है, हर साल की तरह इस साल भी उन्होंने करोड़ों की चीज दान में दी। तो आइए जानते है आखिर अनंत अंबानी ने इस लाल कितने करोड़ का चढ़ावा चढ़ाया है।
Lalbaugcha Raja को अनंत अंबानी ने का करोड़ों का दान
बता दें, इस बार अनंत ने लालबाग के राजा (Lalbaugcha Raja) को 20 किलो के सोने का मुकुट चढ़ावे में दिया है। जिसकी कीमत 16 करोड़ बताई जा रही है। बताया जा रहा है, मुकुट पर हीरे और दूसरे कीमती पत्थर भी जड़े हुए हैं। चलिए आपको इस मंदिर की थोड़ी जानकारी देते हैं।
कब हुई थी इस मंदिर की स्थाना
लालबागचा राजा ( Lalbaugcha Raja ) सार्वजनिक गणेशउत्सव मंडल की स्थापना स्थानीय मछुआरों और व्यापारियों के एक समूह द्वारा की गई थी। इस मंडल की स्थापना 1934 में लालबाग बाजार में की गई थी। हर साल मुंबई के पिटलाबाई चौल में लालबाग के राजा की प्रतिमा स्थापित होती है। इस समय ये मुंबई का सबसे प्रसिद्ध पंडाल बन जाता है। लाखों की संख्या में लोग यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं। गणपति महोत्सव 10 दिनों तक चलता है और फिर धूमधाम के साथ बप्पा का विसर्जन कर दिया जाता है।
इस पंडाल में आमतौर पर दो लाइनें होती हैं: एक मुख दर्शन के लिए और दूसरी नवसची के लिए। नवसची उन लोगों के लिए है जो भगवान के पास जाकर उनके चरण स्पर्श करके पूजा करना चाहते हैं। नवसची लाइन में मूर्ति तक पहुंचने में थोड़ा अधिक समय लगता है, लगभग 20-25 घंटे।