Nuclear Radiation : ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हो गया है। लेकिन सोशल मीडिया पर ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि भारत ने पाकिस्तान के एक परमाणु (Nuclear Radiation) स्थल पर बमबारी की है। जिससे परमाणु सुविधा को नुकसान पहुंचा है।
दावा किया जा रहा है कि भारत की बमबारी के बाद वहां अमेरिका का परमाणु सुरक्षा सहायता विमान B350 AMS तैनात किया गया है। हालांकि भारतीय सैन्य अधिकारियों ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसे दावों को साफ तौर पर खारिज कर दिया। लेकिन फिर भी ऐसे दावों में कमी नहीं आई है।
पाकिस्तान में न्यूक्लियर रेडिएशन फैला
विमान की लैंडिंग और कल रात यानी 12 मई को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी द्वारा पाकिस्तान को परमाणु धमकी न देने की चेतावनी के बाद सोशल मीडिया पर इस बात की अटकलें बढ़ गई हैं कि पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार (Nuclear Radiation) में रिसाव हो रहा है। सोशल मीडिया पर लगातार इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि पाकिस्तान पर भारत के हमलों का असर वहां के परमाणु हथियार भंडारण केंद्र तक भी पहुंचा है।
मिस्र ने पाकिस्तान को पहुंचाई मदद
हालांकि दोनों देशों की सेनाएं इस बात से इनकार कर रही हैं। लेकिन मिस्र की वायुसेना के ट्रांसपोर्ट विमान का पाकिस्तान में देखा जाना एक बार फिर इन अटकलों को हवा दे रहा है। 11 मई को पाकिस्तान के पहाड़ी जिले मारी में मिस्र की वायुसेना का एक परिवहन विमान देखा गया, जिसका उद्देश्य अभी तक नहीं बताया गया है।
फ्लाइटराडार24 के आंकड़ों के अनुसार कॉल साइन EGY1916 वाला यह विमान चीन से पाकिस्तान पहुंचा था लेकिन इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। इससे पहले भारत ने पाकिस्तान के कुछ हवाई अड्डों पर हमला किया था। जिसमें से एक रावलपिंडी का नूर खान वायुसेना अड्डा भी है। यह एयरबेस पाकिस्तान की सैन्य गतिविधियों के लिए काफी अहम माना जाता है।
पाकिस्तान ने भारत पर लगाया हमले का आरोप
भारत द्वारा पाकिस्तान के कुछ हवाई अड्डों पर हमला करने की खबरें आई थीं, जिनके बारे में यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे पाकिस्तान के परमाणु (Nuclear Radiation) केंद्रों के करीब थे। हालांकि, ना तो भारत और ना ही पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर इन दावों की पुष्टि की है।
लेकिन सोशल मीडिया पर सैटेलाइट तस्वीरों की बाढ़ ने इन अफवाहों को और हवा दे दी है। पाकिस्तान की सेना ने भारतीय हमलों की पुष्टि की है, लेकिन परमाणु केंद्र (Nuclear Radiation) के बारे में कुछ नहीं कहा है।
न्यूक्लियर रेडिएशन फैलने से रोकने लिए आया मिस्र से विमान
अटकलें लगाई जा रही हैं कि मिस्र का विमान बोरॉन लेकर पाकिस्तान पहुंचा था। जिसका इस्तेमाल परमाणु विकिरण को दबाने के लिए किया जाता है। हाल ही में ‘बोरॉन: उत्तरी नील डेल्टा के एक क्षेत्र में स्थानिक वितरण’ नामक एक अध्ययन से मिस्र के नील डेल्टा क्षेत्र में बोरॉन की उच्च सांद्रता का पता चला है।
बोरेट्स, विशेष रूप से आइसोटोप बोरॉन -10, परमाणु (Nuclear Radiation) ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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