Maharashtra: महाराष्ट्र (Maharastra) के रायगढ़ जिले के कर्जत इलाके में बन रही ‘हलाल लाइफस्टाइल टाउनशिप’ इन दिनों देशभर में विवाद का कारण बन गई है। दरअसल, इस परियोजना का विज्ञापन सामने आते ही बवाल मच गया क्योंकि इसमें साफ तौर पर इसे मुस्लिम समुदाय के लिए बनाया गया बताया गया। भाजपा नेताओं ने इसे ‘जमीन जिहाद’ की नई साजिश करार दिया है।
भाजपा नेता ने बताया साजिश

महाराष्ट्र (Maharastra) में हलाल टाउनशिप को लेकर छिड़े विवाद पर अब भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। भाजपा नेताओं ने इसे ‘जमीन जिहाद’ की नई साजिश करार दिया है। उनका आरोप है कि यह समाज में अलगाव पैदा करने का प्रयास है और संविधान के खिलाफ है। कुछ नेताओं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर इस परियोजना को रद्द करने की मांग भी उठाई। वहीं विपक्षी दलों और कई सामाजिक संगठनों ने भी इसे खतरनाक प्रवृत्ति बताया।
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NHRC ने जारी किया नोटिस
मामले ने तूल पकड़ते ही राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने स्वतः संज्ञान लिया। आयोग ने महाराष्ट्र (Maharastra) के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर दो हफ्तों में रिपोर्ट तलब की है। साथ ही MahaRERA (महाराष्ट्र रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी) से यह भी पूछा गया है कि किन नियमों के तहत इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई। आयोग का कहना है कि ऐसा कोई भी प्रावधान, जो एक विशेष धर्म या समुदाय तक नागरिक अधिकारों को सीमित करता है, संविधान की भावना के विपरीत है और भेदभाव की श्रेणी में आता है।
इस विवाद ने न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश में बहस छेड़ दी है। समर्थक इसे धार्मिक स्वतंत्रता और अपनी जीवनशैली के मुताबिक रहने का अधिकार बताते हैं, तो विरोधी इसे समाज को बांटने और अलगाव बढ़ाने की साजिश मानते हैं। अब सबकी नजरें महाराष्ट्र सरकार और NHRC की जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस ‘हलाल टाउनशिप’ की वैधता और भविष्य तय करेगी।
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