Hathras News: मंगलवार को हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अभी तक् 121 लोगों की मौत की खबर सामने आ चुकी है। प्रशासन और पुलिस इस दुखद घटना की हर एंगल से जांच करने में जुटी हुई है। सत्संग स्थल से लेकर अस्पतालों तक मौत का मंजर साफ दिखाई दे रहा है। शवों के आसपास रोते बिलखते परिजनों की आवाज पूरे देश में गूंज रही है। तो वहीं इसी बीच इस घटना का कारण सामने आ गया है। पहले बताया जा रहा था कि भोले बाबा उर्फ सूरजपाल की पैरों की धूल लेने के चक्कर में भगदड़ मची थी लेकिन अब सामने आई जानकारी के मुताबिक भगदड़ का कारण बाबा के पैरों की धूल नहीं बल्कि कुछ और ही थी।
रंगोली बनी भगदड़ की वजह

अभी तक की गई जांच में पुलिस और खूफिया यूनिट के हाथों कई अहम जानकारियां लगी हैं। पुलिस के मुताबिक भोले बाबा की रंगोली के बुरादे को लेने को लेकर मची होड़ के कारण ही 121 लोगों (Hathras News) ने अपनी जान गवाई है। आसान शब्दों में कहें तो इतनी सारी मौतों का कारण यही रंगोली है। जैसे ही बाबा पंडाल से बाहर निकले वैसे ही भक्तों की भीड़ उस रंगोली पर उमड़ गई और देखते ही देखते इतनी भगदड़ हो गई की जो गिरा वो फिर दोबारा उठ नहीं पाया। लोग एक दूसरे को बुरी तरह कुचल कुचल कर आगे बढ़ते रहे। और देखते ही देखते यहां पर कुल 121 लोगों की मौत हो गई जिसमें 114 महिलाएं और 7 पुरुष बताए जा रहै हैं।
जिसे किया प्रणाम उसी की वजह से गई जान

बताया जा रहा है कि इस पंडाल (Hathras News) में करीब 2 लाख लोग बैठे हुए थे और जैसे ही बाबा अपना प्रवचन खत्म कर पंडाल से बाहर निकले वैसे ही ये लाखों लोग उस रंगोली के बुरादे की ओर दंडवत होकर उसे प्रणाम करने लगे। रंगोली को लेने की होड़ ऐसी मची की एक दूसरे पर चढ़ चढ़कर रंगोली तक पहुंचने की कोशिस की गई।
वहीं, बाताया जा रहा है कि बाबा के कुछ अंगरक्षकों ने भी भीड़ को काबू करने के लिए उनके साथ धक्का मुक्की की लेकिन इस धक्का मुक्की में हालात काबू में कम और बेकाबू ज्यादा हो गए। और चुटकियों में ही पंडाल में हर तरफ लाशें बिछी हुई दिखाई दी। वहीं पुलिस ने बताया की सत्संग का आयोजन करवाने वाले लोगों ने पुलिस को रंगोली के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी थी।
अंधविश्वास ने ली 121 लोगों की जान

पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार (Hathras News) नारायण सरकार उर्फ भोले बाबा के हर सत्संग कार्यक्रम में उनके रास्ते के आगे तकरीबन 200 मीटर लंबी रंगोली बनाई जाती है। कार्यक्रम के बाद भोले बाबा रंगोली से होकर गुजरते हैं। भक्तों की मान्यता है कि भोले बाबा के चलने से ये रंगोली पवित्र हो जाती है। इसलिए भक्त इस रंगोली के बुरादे को दंडवत प्रणाम करते हैं और इस बुरादे को अपने घर भी ले जाते हैं। मान्यता तो ये भी है कि इस बुरादे को घर पर रखने से घऱ की सारी बीमारियां दूर हो जाती हैं साथ ही इससे घर में किसी भूत प्रेत का डर भी नहीं सताता।
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