UPSC: आपने कई बार देखा होगा कि लोग चाहते कुछ हैं लेकिन उन्हें मिलता कुछ और है. कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो असफलताओं से घबराते नहीं हैं और अपना लक्ष्य हासिल करके ही मानते हैं. जब वह बल्ला घुमाते थे तो गेंद फील्डिंग को चीरती हुई सीधे बाउंड्री पर चली जाती थी.
जब वह रन बनाने के लिए पिच पर दौड़ते थे तो उनकी गति देखकर बड़े-बड़े दिग्गज भी हैरान रह जाते थे. तो आइए जानें कौन है वो क्रिकेटर जिसने तीन बार असफल होने के बाद भी यूपीएससी (UPSC) पास किया?
जानें कौन हैं वो क्रिकेटर

हम बात कर रहे हैं हैदराबाद के क्रिकेटर कार्तिक मधिरा की। कार्तिक को बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट का भी शौक था। कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी लेवल तक क्रिकेट में अपने कॉलेज का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अपने राज्य की अंडर-19 टीम में क्रिकेट भी खेला है।
इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद कार्तिक ने यूपीएससी (UPSC) पास करने का फैसला किया और खूब मेहनत की। हालांकि वह तीन बार असफल रहे, लेकिन चौथी बार उन्हें इसमें सफलता मिली।
ऐसे पूरा किया सपना
चौथे प्रयास में वे यूपीएससी (UPSC) की प्री-परीक्षा पास करने में सफल रहे. वे पहले तीन प्रयासों में प्री-परीक्षा पास नहीं कर पाए थे, लेकिन उन्होंने आईएएस बनने की ठान ली थी. इसलिए उन्होंने चौथे प्रयास में पूरी ताकत लगा दी. कार्तिक ने चार प्रयास दिए और चौथे प्रयास में उनका चयन हो गया.
कार्तिक तेलंगाना के हैदराबाद से ताल्लुक रखते हैं. 12वीं पास करने के बाद उन्होंने कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन पूरा किया। यहीं से उन्होंने यूपीएससी में जाने का फैसला किया।
कैसे शुरू की थी तैयारी?
एक इंटरव्यू में कार्तिक ने बताया कि यूपीएससी (UPSC) की तैयारी के लिए उन्होंने एनसीईआरटी की किताबें पढ़ीं. इन किताबों को पढ़कर उन्होंने अपना बेस मजबूत किया. इसके बाद उन्होंने अपना ऑप्शनल विषय समाजशास्त्र चुना, जो इस परीक्षा में अहम भूमिका निभाता है.
कार्तिक ने तैयारी के लिए कोचिंग भी ली. दिल्ली में कोचिंग के दौरान जब उन्हें लगा कि उनकी तैयारी एक स्तर पर पहुंच गई है, तो उन्होंने आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस शुरू कर दी। उनके मुताबिक, इस परीक्षा में सफलता के लिए आंसर राइटिंग बहुत जरूरी है।
छात्रों को भी देते थे एडवाइस

कार्तिक यूपीएससी (UPSC) कैंडिडेट्स को पढ़ाई के अलावा अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की सलाह देते हैं। कार्तिक के मुताबिक, जब तक आप शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत नहीं होंगे, तब तक आप अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाएंगे। इसलिए समय निकालें और दिन में कम से कम आधे घंटे तक व्यायाम करें। कार्तिक दिन में 15 से 20 मिनट ध्यान और श्वास संबंधी व्यायाम के लिए भी समय निकालते थे।