Ins-Himgiri-Indias-Invisible-Destroyer-Landed-In-The-Sea-Enemies-Will-Tremble-With-The-New-Power-Equipped-With-Supersonic-Missiles

INS Himgiri: भारतीय नौसेना को हाल ही में समुद्री सुरक्षा में एक नई और घातक ताकत मिल गई है। कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) ने 31 जुलाई 2025 को आईएनएस हिमगिरी (INS Himgiri) को नौसेना को सौंप दिया। आपको बता दें, यह प्रोजेक्ट 17A के तहत बनाई गई नीलगिरि-क्लास की तीसरी स्टील्थ फ्रिगेट है, जिसे ‘अदृश्य विनाशक’ कहा जा रहा है। इसका डिजाइन और निर्माण पूरी तरह भारत में हुआ है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन की बड़ी सफलता माना जा रहा है।

क्या है INS Himgiri की खासियत?

Ins Himgiri
Ins Himgiri

आईएनएस हिमगिरी (INS Himgiri) को अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों से लैस किया गया है। इसमें 8 वर्टिकल लॉन्च सिस्टम (VLS) से दागी जाने वाली ब्राह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें लगी हैं, जो 3 मार्च की रफ्तार से दुश्मन के जहाजों और ठिकानों को तबाह कर सकती हैं। हवा से आने वाले खतरों से निपटने के लिए इसमें Barak-8 लंबी दूरी की सतह-से-वायु मिसाइल प्रणाली है। पनडुब्बियों का पता लगाने और उन्हें खत्म करने के लिए इसमें हल्के एंटी-सबमरीन टॉरपीडो और उन्नत सोनार सिस्टम लगाए गए हैं।

इस फ्रिगेट की लंबाई लगभग 142.5 मीटर, विस्थापन 6,342 टन और अधिकतम गति 30 नॉट्स है। इसमें संयुक्त डीजल या गैस (CODOG) प्रणोदन प्रणाली, इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम (IPMS), और अत्याधुनिक कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम (CMS) मौजूद है। रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम इसे दुश्मन की नजर से लगभग अदृश्य बना देते हैं।

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के युवक को मिली ऐसी सिम, विराट-डी विलियर्स ने खुद किया फोन

“26 अगस्त को नौसेना में शामिल होगा ‘अदृश्य विनाशक’ INS Himgiri, साथ आएगा INS Udaygiri भी”

आईएनएस हिमगिरी (INS Himgiri) का औपचारिक Commissioning 26 अगस्त 2025 को विशाखापट्टनम में होगा। इस दिन एक और स्टील्थ फ्रिगेट INS Udaygiri भी नौसेना में शामिल होगी। यह पहली बार है जब एक साथ दो अत्याधुनिक फ्रिगेट भारतीय नौसेना में शामिल की जाएंगी।

इस जहाज के शामिल होने से भारतीय नौसेना की क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। चाहे वह समुद्री सीमाओं की रक्षा हो, दुश्मन की पनडुब्बियों का शिकार हो, या लंबी दूरी से सटीक हमला—INS Himgiri हर मोर्चे पर भारत की सुरक्षा का मजबूत कवच बनेगा। यह न सिर्फ तकनीकी श्रेष्ठता का प्रतीक है बल्कि भारतीय शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री की क्षमता का भी सबूत है।

यह भी पढ़ें: रोहित शर्मा ने खरीदी करोड़ों की कार, लेकिन सबका ध्यान खींचा इसके नंबर 3015 ने, जानें क्यों है खास

Kamakhya Reley is a journalist with 3 years of experience covering politics, entertainment, and sports. She is currently writes for HindNow website, delivering sharp and engaging stories that connect with...