Khalistani-Attacks-To-Hindus-In-Canada

Canada : भारत के कईं पंजाबियों के लिए कनाडा (Canada) एक घर जैसा ही हैं। वहां पर कईं भारतीय पंजाबी समुदाय के लोग रहते हैं। कनाडा पूरी दुनिया में मिनी पंजाब के नाम से भी मशहूर हैं। लेकिन वहीं पर एक खबर सामने आई हैं जो काफी चौकाने वाली है। खबर सामने आ रही हैं कि कुछ खालिस्त्तानियों ने हिन्दू मंदिर को निशाना बनाया है। इन लोगों ने हिंदू श्रद्धालुओं की जमकर पिटाई की।

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। हाल ही में कनाडा (Canada) में दो हिंदू मंदिरों पर खालिस्तान समर्थक आतंकियों ने हमला किया था। ब्रैम्पटन और सरे में स्थित इन मंदिरों को लाठी-डंडों से लैस लोगों ने निशाना बनाया और बाहर खड़े श्रद्धालुओं पर हमला किया।

हिन्दू मन्दिर पर खालिस्तानियों का हमला

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हिंदू कैनेडियन फाउंडेशन ने महिलाओं और बच्चों पर हमले के प्रभाव को उजागर किया और अपर्याप्त प्रतिक्रिया के लिए कनाडाई अधिकारियों की आलोचना की। आतंकवादियों ने कनाडा (Canada) के बच्चों और महिलाओं पर किया हमला हिंदू कैनेडियन फाउंडेशन के आधिकारिक एक्स हैंडल पर जारी वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि खालिस्तान समर्थक ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में श्रद्धालुओं की पिटाई कर रहे हैं। हिंदू कैनेडियन फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है। यह कनाडा (Canada) में हिंदू समुदाय के लिए काम करता है। संगठन ने एक्स पर कहा कि खालिस्तानी आतंकियों ने बच्चों और महिलाओं पर हमला किया।

कनाडा कट्टरपंथियों के लिए बना सेफ जोन

भारत विरोधी तत्वों द्वारा हिंसक उपद्रव बेहद निराशाजनक है। उच्चायोग ने कहा कि ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर और काउंसलर कैंप के बाहर भारत विरोधी तत्वों द्वारा की गई हिंसक तोड़फोड़ बेहद निराशाजनक है। हम भारतीय नागरिकों सहित आवेदकों की सुरक्षा को लेकर भी बहुत चिंतित हैं। कनाडा के प्रमुख विपक्षी नेता पियरे पोलीवरे ने हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि कनाडा हिंदुओं की सुरक्षा करने में असमर्थ है। कनाडा (Canada) कट्टरपंथियों के लिए सुरक्षित जगह बन गया है टोरंटो के सांसद केविन वुओंग ने भी हमले की निंदा की है।

टोरंटो के सांसद ने की हमले की निंदा

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उन्होंने कहा कि कनाडा (Canada) आज कट्टरपंथियों के लिए सुरक्षित जगह बन गया है। कनाडा के नेता हिंदुओं की सुरक्षा करने में विफल रहे हैं, जैसे वे ईसाई और यहूदी कनाडाई लोगों की सुरक्षा करने में विफल रहे। कनाडा (Canada) के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा- कोटइमेज ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में आज हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

प्रत्येक कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है। कोटइमेज घटना के बाद से इलाके में तनाव है। बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। पील क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है।

इंटरनेट पर वायरल हुआ हमले का वीडियो

इस घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें कट्टरपंथी पहले रविवार (3 नवंबर 2024) को ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में भारत के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। इसके बाद वे अचानक मंदिर पर हमला कर देते हैं। इस दौरान मंदिर परिसर में मौजूद कई हिंदुओं के साथ मारपीट भी की गई। कुछ लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया। वहीं, कनाडा (Canada) के सांसद चंद्र आर्य ने कहा कि यह घटना दिखाती है कि कनाडा में हिंसक चरमपंथ कितना “गहरा और बेशर्म” हो गया है।

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भी दिया बयान

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चरमपंथी तत्वों ने कनाडा की राजनीतिक व्यवस्था और कानून प्रवर्तन एजेंसियों दोनों में घुसपैठ कर ली है। कनाडा (Canada) के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हिंसा की घटनाएं अस्वीकार्य हैं। कनाडा में रहने वाले सभी नागरिक अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने के लिए स्वतंत्र हैं। मैं हिंदू समुदाय की सुरक्षा और इस घटना की जांच के लिए पील क्षेत्रीय पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।

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