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Palace On Wheels Train : देश कि शान रॉयल ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स (Palace On Wheels Train) का इस सीज़न का दौर शुरू हो गया है. पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन नई लुक और नई चीजों के साथ देशी-विदेशी पर्यटकों को लेकर गुरुवार को गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची. गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर राजस्थानी अंदाज में स्वागत किया गया. लोक कलाकारों ने प्रस्तुतियां कर धरातल का मन मोहा. इस ट्रेन (Palace On Wheels Train) का मूल रूप शाही कोचों की शाही पृष्ठभूमि से ली गई थी. जो मूल रूप से राजपूताना, हैदराबाद के निज़ाम और मुख्य रूप से भारत के गवर्नर-जनरल के शासकों के निजी रेलवे कोच थे.

Palace On Wheels Train में दिखता है शाही अंदाज

Palace On Wheels Train

समय के साथ रेल गाड़ियाँ में हुए बदलावों के कारण 1982 में पहली रेलगाड़ी (Palace On Wheels Train) शुरू हुई. जिसके बाद 1991 में दूसरी रेलगाड़ी और 1995 में तीसरी रेलगाड़ी बनी. कोविड-19 महामारी के दौरान ट्रेन का परिचालन बंद कर दिया गया था. इसके बाद 2022 में फिर से इस ट्रेन का संचालन शुरू हुआ और 8 अक्टूबर 2022 को इसे हरी झंडी दिखाई गई थी. यह ट्रेन देश के आठ शहरों जिसमें जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर और आगरा का दौरा किया जाता है.

साल 1982 में शुरू की गई थी यह शाही ट्रेन

Palace On Wheels Train

आठ दिन और सात रातों का यह सफर शाम 4 बजे दिल्ली से शुरू होता है. सुबह 7:30 बजे यह ट्रेन (Palace On Wheels Train) वापस दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर आती है. पैलेस ऑन व्हील्स के टिकटों की कीमत मांग के आधार पर अलग-अलग समय अलग होता है. राजस्थान और गुजरात में उपयुक्त मौसम के कारण अक्टूबर और मार्च के बीच का समय इस यात्री ट्रेन (Palace On Wheels Train) के लिए पीक सीजन माना जाता है. प्रेसिडेंशियल सुइट में 7 दिन की यात्रा के लिए आपको लगभग 20 लाख से 39 लाख रुपए खर्च करने होंगे.

7 दिन की यात्रा में आता है 20 से 39 लाख का खर्चा

Palace On Wheels Train

पैलेस ऑन व्हील्स (Palace On Wheels Train) की ट्रेन किसी लाइव चलते-फिरते महल के रूप में तैयार की गई है. इसकी सवारी राजशाही परंपरा का अनुभव कराने के लिए की गई. ट्रेन के कोच बिल्कुल लग्जरी होटल की तरह हैं. जहां टीवी, इंटरनेट जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं मिलती हैं. ट्रेन में साधारण से लेकर डिलैक्स दर्शन तक की व्यवस्था की गई है. सात दिनों की इस यात्रा में राजस्थान और उत्तर प्रदेश के आठ प्रमुख शहर शामिल हैं. ट्रेन में दो शानदार रेस्तरां की व्यवस्था है. भारतीय व्यंजनों के साथ-साथ राजस्थानी, मुगलई, थाई और मैक्सिकन मसालों का आनंद लिया जा सकता है.

इस ट्रेन में मिलता है सभी राज्यों का जायका

Palace On Wheels Train

इसके अलावा यात्रियों के लिए इसमें एक बार की भी व्यवस्था कि जाती हैं. इस शाही यात्रा के दौरान यात्री ट्रेन में स्पा, शोरूम और जिम सुविधाओं का सुख उठाया जा सकता हैं. यह यात्रा के दौरान यात्रियों को तरोताजा रहने और आराम पहुंचाने में मदद का अहसास कराता है. कीमत कि बात करें तो, इस ट्रेन की शाही यात्रा के लिए एक रूम (केबिन) का सबसे सस्ता पैकेज 12 लाख रुपए से शुरू होकर सबसे महंगा 39 लाख रुपए तक है. इस शाही अनुभव के लिए यात्रियों को को सभी सुविधाएं दी जाती हैं.

शाही ट्रेन में बार, रेस्टोरेंट, स्पा और जिम जैसी भी सुविधाएं

Palace On Wheels Train

‘पैलेस ऑन व्हील्स’ की पहली यात्रा में 30 विदेशी मेहमान शाही यात्रा का तजुर्बा लेते हैं. ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ केवल महज एक यात्रा नहीं है, बल्कि यह भारत की शाही परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर का दुनिया के सामने एक बेहतरीन जरिया भी है. पैलेस ऑन व्हील्स के टिकट बुक करने के लिए आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://www.thepalaceonwheels.org पर शामिल करना होगा. ट्रेन में एक बार में 82 यात्री बैठ सकते हैं.

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