Manu Bhaker : 22 साल की शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को पहला मेडल दिलाया हैं. 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में मनु भाकर ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. गोल्ड और सिल्वर मेडल कोरियाई खिलाड़ियों को मिला है. यह मनु (Manu Bhaker) का दूसरा ओलंपिक है. टोक्यो ओलंपिक में मनु भाकर मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद थी, लेकिन इवेंट के दौरान दस्तावेजों में आई अवरोध के कारण वह आगे नहीं बढ़ पाई थी. पिछले ओलंपिक में लगभग पूरी भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था लेकिन 19 साल की उम्र में मनु का प्रदर्शन भी निराशात्मक रहा था.
एयर पिस्टल में मनु भाकर ने दिलाया कांस्य

वहीं पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर (Manu Bhaker) ने एक दिन पहले यानि शनिवार को फाइनल में जगह बनाई थी. अंतिम मैच रविवार को हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने जीत में ब्रोंज मेडल अपने नाम किया है. इसके बारे में मनु भाकर (Manu Bhaker) ने कहा,
‘जब फाइनल खत्म हो गया तो मेरा इंतजार खत्म हुआ है.’ सुबह से मेरा बहुत ज्यादा इंतज़ार था. यह प्रतीक्षा समाप्त नहीं हो रही थी. हर वक्त अंतिम लक्ष्य ही दिमाग में था. अच्छी बात यह है कि आसपास बहुत सारे भारतीय थे. इससे मेरा थोड़ा दबाव कम हुआ.’
अपना दूसरा ओलंपिक खेल रहीं मनु भाकर ने कहा कि देश के लिए मेडल जीतना अच्छा लग रहा है. इस वक्त वे सभी लोग याद आ रहे हैं जिन्होंने मेरी इस यात्रा में मेरा साथ दिया था. मनु ने यह भी कहा कि अभी तो यह आरंभ है अभी भारतीय खिलाड़ी आगे और मैडल जीतने वाले हैं.
12 साल बाद भारत ने जीता पिस्टल में पदक

मनु भाकर (Manu Bhaker) ने महिला के 10 मीटर एयर पिस्टल के लिए फाइनल में जगह ली थी. 580 प्वाइंट के साथ वह तीसरे स्थान पर रहे थी. भाकर ने पहली सीरीज में 97, दूसरी में 97, तीसरी में 98, चौथी में 96, 5वीं में 96 और छठी में 96 अंक हासिल किए थे. 12 साल के इन्तेजार के बाद मनु ने पेरिस ओलंपिक में मेडल ही नहीं जीता, बल्कि 12 साल से चली आ रही शूटिंग में बिना मैडल की रेस को भी खत्म कर दिया था.
भारत ने इससे पहले 2012 में पहली बार मेडल जीता था. मनु भाकर (Manu Bhaker) ने रविवार को 221.7 स्कोर के साथ ब्रॉन्ज़ मेडल जीतकर 12 साल के सूखे को ख़त्म कर दिया. 20 साल की उम्र में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी ने मेडल भी जीता.
20 वर्षीय मनु भाकर को राष्ट्रपति ने भी दी बधाई

इतना ही नहीं मनु का पहला सफर ओलिंपिक में शुरू हुआ था, हालांकि वह मेडल नहीं जीत पाई थीं. मनु की इस सफलता में उनकी मां का बहुत बड़ा हाथ है, उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाई के लिए अपने स्कूल की नौकरी छोड़ दी थी. जीत के बाद मनु को बधाईयाँ मिल रही है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मनु भाकर (Manu Bhaker) को बधाई देते हुए कहा, ‘पेरिस ओलिंपिक में 10 मीटर एयर रिकॉर्ड शूटिंग में कांस्य पदक के साथ भारत के पदक के लिए महान खिलाड़ी मनु भाकर को बधाई. उन्होंने ओलंपिक्स प्रतियोगिता में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला रिकॉर्ड हासिल किया है. भारत को मनु भाकर पर गर्व है. उनका ये कारनामा कई खिलाड़ियों, खासकर महिलाओं को प्रेरित करने वाला है. मेरी इच्छा है कि वह भविष्य में और अधिक ऊंचाई वाले स्टेशनों पर काम करे.’
यह भी पढ़ें : तैमूर की नैनी ने करीना कपूर का खोला ऐसा घिनौना राज, जानकर पैरों तले खिसक जाएगी जमीन
