UPSC Exam : भारत में आईएएस का दर्जा इतना ऊंचा है कि माता-पिता, दादा-दादी अपने सभी बच्चों को जज और कलेक्टर बनने का आशीर्वाद देते हैं। आमतौर पर ऐसा लगता है कि आईएएस बनने वाले ज्यादातर लोग बिहार से आते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। लोगों को यही लगता है कि यह आईएएस और आईपीएस का गढ़ है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC Exam) द्वारा हर साल सिविल सेवा परीक्षा आयोजित की जाती है।
यह परीक्षा लगभग एक साल तक चलती है, पहले प्री परीक्षा, फिर मेंस और अंत में इंटरव्यू होता है। सीएसई मेंस और इंटरव्यू के आधार पर उम्मीदवारों को सफल घोषित किया जाता है।
इस राज्य के सबसे ज्यादा UPSC पास करने वाले
यूपीएससी (UPSC Exam) की यह परीक्षा देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसके बावजूद देश के लाखों युवा हर साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते हैं। क्योंकि उनका सपना आईएएस और आईपीएस बनकर देश की सेवा करने का होता है। चूंकि यूपीएससी द्वारा निकाली गई इस वैकेंसी को हजार का आंकड़ा ही पास कर पाता है। इसलिए लाखों में से कुछ भाग्यशाली उम्मीदवार ही आईएएस और आईपीएस बनने का सपना पूरा कर पाते हैं देश को सबसे ज्यादा आईएएस देने वाले राज्यों की सूची में योगी का उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा आईएएस अधिकारी निकले हैं।
यूपी ने दिए हैं देश को सबसे ज्यादा टॉपर
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सबसे ज्यादा यूपीएससी (UPSC Exam) टॉपर देने वाला राज्य भी उत्तर प्रदेश ही है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 के टॉपर आदित्य श्रीवास्तव भी यूपी से ही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 2023 में आईएएस के लिए चुने गए 180 उम्मीदवारों में से 27 यूपी से हैं। 2021 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो सामने आता है कि यूपी ने सबसे ज्यादा 717 आईएएस अधिकारी दिए हैं। सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य होने के कारण यहां से कई उम्मीदवार परीक्षा पास करते हैं।
यूपी के बाद बिहार और एमपी का स्थान
अगर अतीत की बात करें तो 1997 से 2006 के बीच के दस सालों में बिहार से 1588 आईएएस अधिकारी बने थे। 2007 से 2016 के बीच 1664 आईएएस अधिकारी चुने गए थे। वहीं 1951 से लेकर अब तक्क सबसे ज्यादा आईएएस ऑफिसर यूपी से आए हैं। यहां से 717 संख्या थी। 452 आईएएस के साथ बिहार दूसरे नंबर पर रहा। वहीं, (UPSC Exam) इस मामले में मध्य प्रदेश भी पीछे नहीं है। तीसरे नंबर पर आने वाले इस राज्य ने अब तक देश को 439 दिए हैं, जिनमें से 370 कार्यरत हैं। इसके बाद तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश का नाम आता है।
यह भी पढ़ें : श्रीलंका के खिलाफ 3 टी20 के लिए 15 सदस्यीय टीम इंडिया फाइनल, शुभमन गिल होंगे कप्तान, इन 5 को मिलेगा डेब्यू