Cloud burst: 14 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आई आपदा ने कई लोगों की जान ले ली. जो बच गए, वे आज भी उस हादसे को याद करके सिहर उठते हैं. लोग अभी भी वहाँ फँसे हुए हैं, जिन्हें बचाया जा रहा है. इस बीच, पीड़ितों की ऐसी-ऐसी कहानियाँ सामने आईं कि सुनकर लोग सिहर उठे. बता दें कि यह आपदा चशोती गाँव के मचैल माता मंदिर के पास आई थी.
बादल फटने (Cloud burst) से कुछ ही मिनटों में पूरा इलाका पानी में डूब गया. इस आपदा में लगभग 50 लोगों की मौत हो गई है, जबकि लगभग 100 लोग लापता बताए जा रहे हैं.
‘बच्चा बचा पाया तो पत्नी हो गई गुम’
#WATCH | Kishtwar, J&K: After being rescued, the victims of the cloud burst are being treated at the District Hospital.
A victim named Putul says, "…The entire mountain collapsed, and we couldn't understand what happened… Chaos broke out everywhere. I was not buried because… pic.twitter.com/LrtoH0FCRh
— ANI (@ANI) August 15, 2025
पीड़ित राकेश शर्मा ने बताया, “हमने लंगर में प्रसाद खाया. हम सड़क पार करने ही वाले थे कि अचानक शोर हुआ. हमने बदल फटते (Cloud burst) और मलबा गिरता देखा. सब ‘भागो-भागो’ चिल्लाने लगे तो हमने भागने की कोशिश की। बच्चा गिर गया, जैसे ही मैंने उसे उठाया, मलबा मेरे ऊपर गिर गया.” मैं दबा रह गया. थोड़ी देर बाद मुझे होश आया. मेरा बच्चा मेरे पास था, लेकिन मैं अपनी पत्नी को नहीं ढूँढ पाया.
राकेश ने कहा, “मैंने बहुत ढूँढा, देवी माँ से मदद की भीख माँगी, लेकिन मुझे अपनी पत्नी वहाँ नहीं मिली.” “जब राकेश हताश होकर नीचे उतरे तो उन्होंने अपनी पत्नी को पाया. राकेश ने दावा किया कि मलबे में अभी भी कम से कम 60-70 लोग फंसे हो सकते हैं.”
पूरा पहाड़ हमारे सामने आ गया

आपदा की शिकार पुतुल ने बताया, “हम 14 लोग आए थे. 4 लोग माता की यात्रा से लौट आए थे, बाकी पीछे रह गए थे. हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था, कुछ ही सेकंड में पूरा पहाड़ हमारे सामने आ गया. हर तरफ अफरा-तफरी मच गई.” मेरे पति और बच्चे अभी भी लापता हैं. अस्पताल में भी कोई नहीं मिल रहा है। मैं लगातार उन्हें ढूँढ रही हूँ. महिला ने बताया कि अभी तो सिर्फ़ हम दोनों ही साथ हैं.
चारो तरफ शव
बादल फटने (Cloud burst) आपदा के एक पीड़ित ने भावुक होकर बताया कि कई लोगों के साथ उनके छोटे बच्चे भी थे। आपदा के बाद, वे मलबे में फंस गए. कई बच्चों की गर्दनें मुड़ गईं और कई बच्चों के पैर कट गए. हर तरफ लाशें बिखरी थीं. उसने बताया कि मेरे पिता ने कई बच्चों को बचाने की कोशिश की. कई बच्चे मौके पर ही मर गए। कुछ ही सेकंड में मलबा गिरने लगा. इसमें बड़े-बड़े पेड़ और बड़े-बड़े पत्थर भी शामिल थे।
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