पाकिस्तान में ही हुई पाकिस्तानी सैनिक पर हमला, 7 जवानों की मौत, भारत को ठहराया जिम्मेदार

बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के कइ प्रयत्नों के बावजूद विद्रोहियों के हमले होते ही हैं। पाकिस्तानी सेना के जूल्मो सितम से तंग वहां के लोग हथियारों के जरिए इमरान खान को चुनौती दे रहे हैं। बलूच विद्रोहियों ने शनिवार देर रात पाकिस्तानी सेना के पोस्ट पर हमला किया, जिसमें सात जवानों की मौत हुई थी । अपनी हार को छिपाने में लगे इमरान खान से इस को भारत का षड्यंत्र बताया है।

पाकिस्तानी सेना का बयान

पाकिस्तान में ही हुई पाकिस्तानी सैनिक पर हमला, 7 जवानों की मौत, भारत को ठहराया जिम्मेदार

पाकिस्तानी सेना ने अपने बयान में कहा कि बलूचिस्तान के हरनाई में स्थित फ्रंटियर कोर के शारिग पोस्ट पर हुए हमले में उसके सात जवान शहीद हो गए हैं। जिसके बाद स्थानीय लोगों से बदला लेने के लिए पाकिस्तानी सेना ने पूरे क्षेत्र में अभियान शुरू दिया है। पाकिस्तानी सेना यहां के आम लोगों के घरों में जाकर उनसे अभद्रता करती है और विरोध करने पर लोगों को आतंकी बताकर मार देती है।

भारत को ठहराया जिम्मेदार

पाकिस्तान में ही हुई पाकिस्तानी सैनिक पर हमला, 7 जवानों की मौत, भारत को ठहराया जिम्मेदार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हमले के बाद अपनी नाकामी को अवाम से छिपाने के लिए हमले का जिम्मेदार भारत को ठहराया दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘देर रात फ्रंटियर कॉप्स के पोस्ट पर आतंकवादी हमले में 7 जवानों की शहादत के बारे में जानकर बहुत ही अफसोस हुआ। मेरी हार्दिक संवेदना और प्रार्थनाएँ उनके परिवारों के लिए हैं। हमारा देश हमारे बहादुर सैनिकों के साथ है जो भारतीय आतंकवादियों के हमलों का सामना करते हैं।’

मई के बाद यह तीसरा हमला

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बलूच विद्रोहियों ने कुछ महीने पहले ही पंजगुर जिले में सेना के एक काफिले पर हमला किया था। इस हमले में तीन सैनिकों की मौत हुई थी और सेना के एक कर्नल सहित 8 लोग जख्मी हो गए थे। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सेना के काफिले पर मई के बाद यह तीसरा हमला हुआ था।

चीन पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर का विरोध

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बलूचिस्तान के लोग हमेशा से चीन पाकिस्तान के आर्थिक कॉरिडोर का विरोध करते हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के हथियारबंद विद्रोहियों पर कई बार पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया हैं। साल 2018 में इस संगठन पर कराची में चीन के वाणिज्यिक दूतावास पर हमले के आरोप भी लगे थे। आरोप यह था कि पाकिस्तान ने बलूच नेताओं से बातचीत किए बगैर ही सीपीईसी से जुड़ा निर्णय ले लिया।

स्पेशल फोर्स भी रही नाकाम

पाकिस्तान में ही हुई पाकिस्तानी सैनिक पर हमला, 7 जवानों की मौत, भारत को ठहराया जिम्मेदार
पाकिस्तान ने 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लागत वाले इस परियोजना की सुरक्षा करने के लिए 13700 स्पेशल कमांडो वाली एक स्पेशल फोर्स का बनाई है, इसके बावजूद इस चीनी नागरिकों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। कराची के स्टॉक एक्सचेंज पर जून में हुए हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी की माजिद ब्रिग्रेड ने ली थी।

चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर

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बलूचिस्तान का शुमार पाक से सबसे बड़े प्रांत में होता हैं। बलूचिस्तान की सीमाएं अफगानिस्तान और ईरान से जुड़ी हुई है। वहीं कराची भी इन लोगों की हद में है। चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा बलूचिस्तान से होकर गुजरता है। ग्वादर बंदरगाह पर भी बलूचों का भी कंट्रोल था जिसे पाकिस्तान ने चीन को सौंप दिया है।