Narendra Modi : देश एक बार फिर आज़ादी का जश्न मनाने के लिए तैयार है। भारत 15 अगस्त 2025 को अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। हर साल की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (
Narendra Modi) लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
पिछले एक दशक से हर स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का पहनावा और उनकी पगड़ी चर्चा का विषय रही है। पारंपरिक साफा हो या आधुनिक टोपी, हर पगड़ी भारत की विविधता और एकता को दर्शाती है।
15 अगस्त पर मोदी का ड्रेस कोड रहेगा चर्चा का विषय
पिछले साल भी हर बार की तरह पीएम मोदी (Narendra Modi) ने केसरिया और हरे रंग की राजस्थानी पगड़ी पहनी थी। नरेन्द्र मोदी हर बार की तरह इस बार भी कुछ नया करने का विचार रखेंगे। इस बार भी वह राजस्थानी साफा पहने नजर आ सकते है। साथ ही कुछ विशेष रंगों के साथ इस साफे में अलग डिजाईन भी देखने को मिल सकता है।
साफे रंग से प्रदर्शित होगा पीएम मोदी का भाव

पीएम मोदी (
Narendra Modi) हर बार 15 अगस्त को अपने ड्रेस का रंग और साफे का रंग ऐसा कुछ चुनते है जो देश की परम्परा और देश के प्रति उनके भावों को दर्शाता है। इस बार जहां पहलगाम अटैक और एयर इंडिया विमान हादसा जैसी कई बड़ी घटनाएं घटित हुई है। तो पूरे देशवासियों की नजर इसी पर टिकी है कि मोदी इस बार मृत लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए किस रंग का चयन करेंगे।
ऑपरेशन सिंदूर का दिखेगा विशेष प्रभाव

पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में बैठे अनेकों आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया था। वहीं इस ऑपरेशन की चर्चा पूरे विश्व में थी। पीएम मोदी (Narendra Modi) ने भी हर मंच से ऑपरेशन सिंदूर की महिमा का बखान किया है।
ऐसे में 15 अगस्त के ख़ास मौके पर ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ा कुछ नया प्रभाव उनके ड्रेस में भी देखने को मिल सकता है। क्योंकि बताया गया था कि ऑपरेशन सिंदूर नाम मोदी द्वारा ही सुझाया हुआ था। ऐसे में सिन्दूरी रंग की ड्रेस या साफा पहनने का वह मन बना सकते है।
15 अगस्त को लाल किले से मिलेगे नया पैगाम
इस बार का 15 अगस्त का कार्यक्रम मोदी (Narendra Modi) के लिए काफी अहम होने वाला है, क्योंकि देश ने विश्वपटल पर अपना शौर्य दिखाया है। साथ ही कई बड़ी त्रासदियों से भी देश की रक्षा की है। ऐसे में मोदी इस वर्ष लाल किले से ना सिर्फ देश को बल्कि पूरे जगत को बड़ा पैगाम देंगे।
इसके लिए मोदी ने पूरे भारतवर्ष के लोगों से उनकी राय मांगी है। साथ ही नरेंद्र मोदी लाल किले से आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दे पर बड़ी प्रतिक्रिया भी दे सकते है।
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