Vijay Kedia

Vijay Kedia : जिंदगी में कभी ना कभी मुश्किलें जरूर आती हैं. कुछ लोग इन मुश्किलों से डर जाते हैं. वहीं बहुत कम लोग ऐसे भी होते हैं जो मुश्किलों में सफलता की नई राह तलाशते हैं. वित्तीय संघर्ष से लेकर भारत के शेयर बाजार में सबसे प्रतिष्ठित प्रतिभागियों में से एक बनने तक कि उल्लेखनीय यात्रा, प्रमुख दूरदर्शिता और अपार सफलता प्राप्त करने के लिए एक व्यक्ति का नाम सबसे पहले लिया जाता है.

आज हम उन्हीं व्यक्ति कि बात करेंगे जिन्होंने संघर्षों से मुंह नहीं फेरा और रात-दिन मेहनत कर अपने (Vijay Kedia) मुकाम को इतना प्रबल बनाया कि आज हर कोई उनसे प्रेरित होता हैं…..

आर्थिक स्थति से जूझते हुए Vijay Kedia

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आज हम आपको एक ऐसे ही स्पेशल इंसान के बारे में बताने जा रहे हैं. ये व्यक्ति दिग्गज बिजनेसमैन विजय केडिया (Vijay Kedia) हैं. कोलकाता के मिडल क्लास फ़ैमिली में जन्में विजय आज स्टार हैं. लेकिन, केडिया जब 10वीं कक्षा में थे, तब उनके पिता का इंतकाल हो गया था.

ये केडिया के लिए बहुत बड़ा सदमा था. वह (Vijay Kedia) ठीक से एग्ज़ाम भी नहीं दे पाए और फेल हो गए. पिता के जाने के बाद पुत्र के पास कमाई का कोई जरिया नहीं रहा. एक इंटरव्यू में विजय केडिया ने कहा, ‘वैसे तो मैंने 19 साल की उम्र से ही बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया था. पहले पैसे नहीं होते थे, तो फ्यूचर में ही पैसे मिलते थे.’

 स्टॉक मार्केट में कमाया नाम

Vijay Kedia

विजय (Vijay Kedia) ने अपने जीवन का एक किस्सा शेयर करते हुए बताया कि बाजार में निवेश करते समय कुछ ही समय बीता था कि एक कंपनी का सारा पैसा डूब गया. करीब 35 हजार रुपए का शेयर पूरी तरह से डूबने कि कगार पर थे. ऐसा लगा कि सब कुछ खत्म होने वाला हैं. स्टॉक ट्रेडिंग में 15 दिन पहले नुकसान की भरपाई करनी थी. तब मैंने भगवान से प्रार्थना की कि इस बार बचा लो, मैं अब शेयर बाजार में कदम नहीं रखूंगा.

लेकिन भगवान ने उनकी अर्जी सुनी और सब कुछ सही हो गया. वर्ष 1990 के आरंभिक दौर में विजय केडिया (Vijay Kedia) ने कोलकाता को छोड़कर मुंबई को बिक्री हेतु बनाया था.

कोलकाता में खरीदे शेयर

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मुंबई में उनकी (Vijay Kedia) किस्मत ने साथ दिया. जल्द ही 1992 का मशहूर बुल रन आया. इसमें बहुत से निवेशों ने अच्छा प्रमाणित पैसा बनाया. विजय केडिया भी इनमें से एक थे. वह कोलकाता से शेयर खरीदे थे. जिनकी कीमत 35 हजार रुपये थी. बुल रन में इसके भाव पांच गुना बढ़ गए, उन्होंने इसे बेचकर एसीसी के शेयर खरीदे थे. इसका दाम एक साल में 10 गुना बढ़ गया. यह उनके (Vijay Kedia) जीवन की बहुत बड़ी बात थी. इसके बाद वे कोलकाता से मुंबई में परिवार को साथ लेकर रवाना हुए थे.

विजय केडिया बने बिजनेस लीडर

Vijay Kedia

बता दें विजय केडिया (Vijay Kedia) न केवल एक चतुर निवेशक हैं, बल्कि एक बिजनेस लीडर और व्यापारी भी हैं. केडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में, उन्होंने कंपनी की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बिजनेस मेंटर के रूप में उनकी भूमिका व्यापार जगत में उनकी अतुलनीय योगदान को दर्शाती है. वित्तीय क्षेत्र में केडिया (Vijay Kedia) के निवेशकों ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए हैं.

करोड़ों में बनाई संपत्ति

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2016 में उन्हें (Vijay Kedia) प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए डॉक्टरेट की डिग्री मिली. 2021 में श्री बाबासाहेब पद्म पुरस्कार और 2022 में श्री अब्दुल कलाम पुरस्कार ने समुदाय में अपनी स्थिति को मजबूत किया. 2023 में, उन्हें नवभारतटाइम्स एनबीए न्यूज अवॉर्ड के लिए सम्मानित किया गया. वित्तीय संघर्ष से लेकर 800 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति तक विजय केडिया की यात्रा, असफलताओं से सीखने और अवसरों का लाभ उठाने की कहानी हैं. ना केवल शेयर बाजार में बल्कि एक बिजनेस लीडर और बिजनेसमैन के रूप में भी उनकी सफलता उनकी (Vijay Kedia) प्रशंसा की भव्य प्रकृति को छोड़ देती है.

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