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Suicide Case : ग्रेटरनोएडा के नॉलेज पार्क कोतवाली क्षेत्र में स्थित शारदा विश्वविद्यालय के छात्रावास में एक छात्रा ने सुसाइड (Suicide Case) कर लिया था। छात्रा ने अपने ही कमरे में पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी थी। मृतका की पहचान गुरुग्राम के लोक विहार, फेज तीन निवासी ज्योति शर्मा के रूप में हुई है। वह बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा थी।

छात्रा ने प्रोफेसर के दुर्व्यवहार से की आत्महत्या

Suicide Case

इस सुसाइड केस (Suicide Case) में अब लगातार नई बातें उजागर हो रही है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन के एक प्रोफेसर द्वारा छात्रा के साथ लगातार दुर्व्यवहार किया जा रहा था। इसी से तंग आकर छात्रा ने आत्महत्या कर ली।

छात्रा ने कई बार अपने परिजनों को भी इस बारे में बताया था। छात्रा ने आत्महत्या (Suicide Case) से पहले लिखे सुसाइड नोट में भी इसका जिक्र किया है।

छात्रा ज्योति की मिली डायरी, खुलेंगे कई राज

ज्योति के दोस्तों ने बताया था कि प्रोफेसर अक्सर ज्योति को ताने मारता था। वह उसे तरह-तरह से प्रताड़ित करता था। वहीं अब ज्योति की एक डायरी भी मिली है। फिलहाल पुलिस ने इस डायरी को जांच के लिए भेज दिया है। माना जा रहा है कि इससे मामले में नया मोड़ आ सकता है।

फिलहाल नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने इस मामले (Suicide Case) में डीन समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही दो प्रोफेसरों को गिरफ्तार भी कर लिया है। उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है।

छात्रा ने सुसाइड नोट में उजागर किया कारण

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सुसाइड नोट (Suicide Case) में ज्योति ने अपने दो प्रोफेसरों और प्रबंधन पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उसने लिखा है कि, “अगर मेरी मौत हो जाती है, तो इसके लिए पीसीपी और डेंटल मेडिकल के शिक्षक ज़िम्मेदार होंगे। महेंद्र सर और शैरी मैम मेरी मौत के ज़िम्मेदार हैं। मैं चाहती हूँ कि वे दोनों सलाखों के पीछे जाएँ।”

छात्रा ने सुसाइड नोट में आरोप लगाया है, “उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित और अपमानित किया है। मैं उनकी वजह से लंबे समय से तनाव में हूँ। मैं चाहती हूँ कि उन्हें भी वही सहना पड़े जो मैंने सहा है। माफ़ करना… मैं अब और नहीं जी सकती।”

परिजनों ने विश्वविद्यालय प्रबन्धन पर लगाए आरोप

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परिजनों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के मंडेला छात्रावास में फंदे से लटकी मिली छात्रा ज्योति के शव को वहाँ के कर्मचारियों ने नीचे उतारा और चादर में लपेटकर अस्पताल ले गए। उसे स्ट्रेचर तक नहीं मिला। पिता ने इस घटना का ज़िक्र एफ़आईआर में भी किया है। मां सुनीता ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में पहले भी दो छात्राएं आत्महत्या (Suicide Case) कर चुकी है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

विश्वविद्यालय के कुलपति ने क्या कहा?

शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति पीके गुप्ता ने कहा कि मामले की विश्वविद्यालय स्तर पर आंतरिक जांच चल रही है। डीन ने हमें बताया था कि छात्रा ने अपनी एक कॉपी में प्रोफ़ेसर के जाली हस्ताक्षर किए थे।

जिसके लिए उसे फटकार लगाई गई थी और उसके परिजनों को भी बुलाकर इस बारे में बताया गया था। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन इस मामले (Suicide Case) की जांच में पुलिस की पूरी मदद करेगा।

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मेरा नाम यश शर्मा है। मूलतः मैं राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानीमंडी क़स्बे...