Sumit Sabharwal : 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से विमान के उड़ान भरते ही भयानक विमान हादसा हो गया। एयर इंडिया का विमान था जिसमें 242 लोग सवार थे। उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही आग के गोले में तब्दील हो गया। इस हादसे में कोई भी जीवित नहीं बचा।
हादसे में पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल की भी मौके पर ही मौत हो गई। सुमित (Sumit Sabharwal) का पार्थिव शरीर उनके परिवार को सौंप दिया गया। जिसके बाद उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई।
सुमित सभरवाल ही थे उनके पिता का एकमात्र सहारा
सुमित के पिता पुष्करराज सभरवाल, जो अब अकेले रह गए हैं। हाथ जोड़कर और नम आंखों से अपने बेटे को आखिरी बार देख रहे थे। वह दृश्य सभी के लिए हृदय विदारक था। एक पिता जिसने अपना बेटा खो दिया था, जो अब उसकी सेवा करने का सपना देख रहा था। पायलट सुमित अपने पिता के साथ ही रहते थे। दोस्त ने बात करते हुए बताया कि कैप्टन सभरवाल (Sumit Sabharwal) सभी को आशीर्वाद देते थे। वह हमेशा ग्राउंड कनेक्शन रखते थे, हमें कभी पता ही नहीं चला कि वह इतने सीनियर फ्लायर थे।
3 साल पहले हुआ था मां का देहांत
सुमित (Sumit Sabharwal) के दोस्तों ने बताया कि चाहे वह कितने भी व्यस्त क्यों ना हों, जब भी वह छुट्टियों में मुंबई आते तो अपने पिता को हर शाम सैर पर ले जाते। सुमित हमसे फ्लाइट में चढ़ने से 48 घंटे पहले ही मिले थे।
वह अपने पिता के साथ घूमने निकले थे। अगले दिन जब उनके पिता अकेले घूमते दिखे तो हमने पूछा कि कैप्टन सभरवाल कहां हैं। उनके पिता ने कहा, “वे फ्लाइट उड़ाने गए हैं और जल्द ही लौट आएंगे।” सुमित सभरवाल की मां का देहांत 3 साल पहले हो गया था। जिसके बाद घर पर उनके पिता और सुमित ही रहते थे। सुमित ने हमेशा अपने माता-पिता के प्रति अपना फर्ज निभाया।
बिना शादी किए पिता की सेवा में गुजारा जीवन
बता दें कैप्टन सभरवाल (Sumit Sabharwal) की एक बहन हैं जो दिल्ली में रहती हैं। यहां उनके पिता और खुद कैप्टन ही रहते हैं। सुमित ने शादी नहीं की थी। उन्होंने पिता से वादा किया था कि जल्द ही नौकरी छोड़ देंगे और फिर उनके साथ ही रहंगे।
कैप्टन सुमित सभरवाल के घर के पास रहने वाली उषा ताड़वलेकर ने आज भावुक होकर बताया कि उन्होंने भी सुमित के साथ एयर इंडिया में केबिन क्रू के तौर पर काम किया है। वे करीब 37 साल तक एयर इंडिया में केबिन क्रू रहीं और अब रिटायर हो चुकी हैं।
सुमित की हर तस्वीर में हंसते चेहरे का जिक्र
एयर इंडिया के पायलट सुमित सभरवाल की जितनी भी तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें वे मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं। चेहरे से सौम्य दिखने वाले सुमित को उड़ान का गहरा अनुभव था। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सुमित को 8200 घंटे की उड़ान का अनुभव था।
90 वर्षीय पिता ने बेटे को दी अंतिम विदाई
#WATCH | #AirIndiaPlaneCrash | Maharashtra: Father of Captain Sumeet Sabharwal, Pushkaraj pays emotional tribute to his son outside their residence in Powai, Mumbai.
Captain Sabharwal was flying the ill-fated London-bound Air India flight that crashed soon after take off in… pic.twitter.com/NStRiMM6BY
— ANI (@ANI) June 17, 2025
जब 17 जून को कैप्टन सुमित (Sumit Sabharwal) का पार्थिव शरीर मुंबई स्थित उनके घर लाया गया तो हर कोई उन्हें आखिरी बार देखने के लिए दौड़ पड़ा। ऐसे में वहां मौजूद लोगों को यह देखकर बहुत दुख हुआ कि कैसे एक 90 वर्षीय पिता रोते हुए अपने बेटे को अंतिम विदाई दे रहे थे।