Child died: आजकल सरकारी अस्पताल हो या निजी अस्पताल, हर जगह डॉक्टर मनमानी करते हैं और अगर किसी मरीज को समय पर इलाज नहीं मिलता तो उसकी मौके पर ही मौत हो जाती है. पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीज की मौत हो जाती है और परिजन अपने प्रियजनों को अपनी आंखों के सामने मरता देख रोते रहते हैं. तो इसी बीच बता दें कि ये मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से सामने आया है जहां एक पिता ने अपने मासूम बच्चे को अपनी आंखों के सामने मरते (Child died) हुए देखा।
तड़प-तड़पकर रो रहें पेरेंट्स
डॉक्टरों की लापरवाही से गई मासूम बच्चे की जान मां पिता का रो-रो के बुरा हाल !!
यूपी में फतेहपुर के जिला अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से 2 वर्षीय मासूम की मौत हो गई !! pic.twitter.com/fnP4SjzdD8
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) June 18, 2025
यह मामला फतेहपुर के सदर कोतवाली के जिला अस्पताल से सामने आया है. जहां परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत (Child died) हुई है. इस वीडियो में आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि कैसे एक पिता और बच्चे की मां तड़प-तड़पकर रो रहे हैं। यह वीडियो आपकी रूह को अंदर से हिला देगा। अधिकारीयों द्वारा पूछने पर पिता ने अपना नाम शाहरुख़ बताया और बच्चे का नाम आर्यन। जिस तरह से उसके पिता अपने बच्चे को पुकारते हुए जमीन पर छाती पीट-पीटकर रो रहें हैं.इस वीडियो को देखकर आपका दिल दहल जाएगा कि कैसे माता-पिता ने अपने बेटे को अपनी आंखों के सामने मरते देखा।
डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप
आपको बता दें कि इस वीडियो में बच्चे का पिता साफ तौर पर यह कहता हुआ नजर आ रहा है कि उसके बच्चे की मौत डॉक्टर की लापरवाही के कारण हुई है. जब अफसरों ने उनसे पूछा कि बच्चे की मौत का कारण क्या है तो परिजन रोने लगे और बोले कि साहब मेरे बच्चे को ऑक्सीजन नहीं दी गई, मैं क्या करूं? फिर वह रोने लगता है और अपना सिर ज़मीन पर पटकने लगता है. उसने बताया कि वह लाठीपुर से अपने बच्चे को लेकर अस्पताल आया. मैंने डॉक्टर से ऑक्सीजन लगाने को कहा लेकिन उसने ऑक्सीजन नहीं लगाई जिसकी वजह से मेरे बच्चे की 10 मिनट में ही मौत (Child died) हो गई।
लोगों ने दी प्रतिक्रिया
इस वीडियो को सोशल मीडिया X @ManojSh28986262 आइडी से शेयर किया गया है. वीडियो देखने के बाद लोगों ने सरकार पर तंज कसना शुरू दिया। एक यूज़र्स ने लिखा ”यदि मामला चिकित्सा लापरवाही का है तो स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को निश्चित रूप से दंडित किया जाना चाहिए अन्यथा यदि यह सुविधाओं की कमी है तो सरकार बेकार है”. दूसरे ने यूज़र्स ने लिखा गलत हुआ. तीसरे ने लिखा सरकारी हॉस्पिटल है यहाँ डॉक्टर्स ऐसे ही करते हैं.