Mukesh Ambani : भारत के सबसे धनी व्यक्ति और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को कौन नहीं जानता हैं. उनके बारे में हर दिन कुछ ना कुछ खबर आती रहती हैं. ऐसे में उनके घर कि बात करें तो वह भी दुनिया का सबसे बड़ा और महंगा घर हैं. ऐसे में सभी के मन में बात आती होगी कि इस घर कि देखभाल के लिए कितने लोग काम करते हैं और उन लोगों को क्या सुविधा मुकेश अंबानी द्वारा दी जाती होगी. आज के समय में रिलांयस इंस्टीट्यूट का भारत ही नहीं देश विदेश में डंका बजता है.अंबानी परिवार (Mukesh Ambani) अपने बिजनेस के साथ-साथ अपनी लाइफ स्टाइल के लिए भी जाना जाता है.
Mukesh Ambani के घर में मौजूद रहते हैं सैकड़ों लोग
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) का घर दुनिया का सबसे महंगा घर या कहा जाता है कि यह महल मुंबई में स्थित है. यह घर देखने में बड़ा है और इसके संभालना बहुत मुश्किल काम है. आज के समय में रिलांयस का भारत ही नहीं बल्कि देश विदेश में डंका बज रहा है. हर किसी के मन में यह सवाल भी आता है कि आखिर अंबानी (Mukesh Ambani) के इस घर में कौन से लोग रहते हैं और यह घर कैसे संभलता है. यहां दिन रात कर्मचारी काम करते हैं. इतना ही नहीं यहां नौकरी पाने के लिए लोगों को कठिन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है और इसके लिए परीक्षा पास करनी पड़ती है.
नौकरी पाने के लिए पास करना पड़ता है टेस्ट
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर में स्टाफ बनने के लिए लोगों का लिखा-पढ़ा होना काफी जरूरी है. अंबानी के घर में काम करने के लिए सहकारी कर्मचारियों की भर्ती के लिए कई स्तरों की प्रक्रिया शुरू की जाती है. किसी भी जगह से एंटीलिया का स्टाफ बन सकती है. यहां कर्मचारियों का चयन प्रतिष्ठित कंपनी करती है. बता दें कि यहां नौकरी पाने के लिए आपको होटल की डिग्री होनी जरूरी हैं. साथ ही एक लिखित परीक्षा भी पास करनी होती है. मीडिया के मुताबिक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर में करीब 600 लोग काम करते हैं. यहां पर नौकरों को चौबीस घंटे काम करना होता है.
झाड़ू लगाने वालों को मिलता हैं लाखों का पैकेज
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर में काम करने वाले कर्मचारियों को रॉयल सुविधा मिलती है. स्टाफ़ के रहने के लिए प्राइवेट रूम भी दिया जाता हैं. सिद्धांत के अनुसार, अंबानी के घर एंटीलिया में काम करने वाले कर्मचारियों को मोटी दरें मिलती हैं. एंटीलिया में नौकरों कि सैलरी करीब 2 लाख रुपए महीना है. आपको बता दें कि इस योजना में मेडिकल अलाउंस के साथ-साथ एजुकेशन अलाउंस भी शामिल है. यहां पर काम करने वाले नौकरों के लिए हर साल 24 लाख रुपए दिए जाते हैं. इतना ही नहीं उनके कईं बच्चें तो विदेशों में भी पढ़ रहे होते हैं.
यह भी पढ़ें : यूं ही बापू नहीं कहे जाते महात्मा गांधी, कम उम्र में ही शारीरिक संबंधों का कर दिया था त्याग, वजह जान रह जाएंगे दंग