The Story Of Karthik Madhira Who Left Cricket To Become An Ips Officer
The story of Karthik Madhira who left cricket to become an IPS officer

IPS Officer : दुनिया में लोग अपने सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर देते है। लेकिन क्या हो जब आपको वही सपना छोड़कर दूसरी दुनिया में बसेरा करना हो। ये जैसे पढ़ने में मुश्किल है उतना ही करने में भी मुश्किल ही है। एक अच्छे करियर को छोड़कर अपने सपनों को पूरा करने का फैसला लेना बहुत हिम्मत की बात होती है।

ऐसी ही एक कहानी इस IPS अधिकारी (IPS Officer) की है। जिन्होंने एक सफल क्रिकेटर होने के बावजूद UPSC की तैयारी के लिए अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया।

एक मशहूर क्रिकेटर बना IPS Officer

Ips Officer

आईपीएस अधिकारी (IPS Officer) बनने से पहले कार्तिक मधिरा हैदराबाद के एक क्रिकेटर थे। उन्होंने अंडर 13, 15, 17, 19 और यूनिवर्सिटी लेवल पर खूब क्रिकेट खेला। हालांकि बाद में कार्तिक ने IPS (IPS Officer) बनकर सबको चौंका दिया। उनका सफर आज के युवाओं के लिए किसी मिसाल से कम नहीं है।

कार्तिक ने JNTU से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी। एक चोट और निजी कारणों से उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया।

चोट और निजी कारणों के चलते छोड़ा क्रिकेट

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कार्तिक को क्रिकेट के मैदान की वह पिच छोड़नी पड़ी। उन्हें अपने बैटिंग पैड उतारने पड़े और उन्हें एक ऐसा फैसला लेना पड़ा जिसके बारे में उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्तिक के क्रिकेटर से आईपीएस (IPS Officer) बनने के पीछे की वजह चोट और कुछ निजी कारण थे।

उन्हें क्रिकेट खेलते देख ऐसा लग रहा था कि अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं जब वो नीली जर्सी पहनकर टीम इंडिया का हिस्सा बन जाएंगे। लेकिन फिर वो दिन आया जब एक पल ने सब कुछ बदल दिया।

तीन प्रयासों के बाद बन पाए IPS Officer

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कार्तिक को यूपीएससी के शुरुआती तीन प्रयासों में लगातार असफलता का सामना करना पड़ा। वह प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाए। लेकिन उन्होंने अपनी तैयारी नहीं छोड़ी। खासकर वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र की पढ़ाई। साल 2016 में उन्होंने पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी। लेकिन प्रीलिम्स पेपर भी पास नहीं कर पाए।

उनके दूसरे और तीसरे प्रयास में भी यही हुआ। चौथे प्रयास में कार्तिक ने 2019 में यूपीएससी में 103वीं रैंक हासिल की और आईपीएस ऑफिसर (IPS Officer) बन गए।

चौथे प्रयास में कार्तिक ने पाई 103 वीं रैंक

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साल 2019 में उन्होंने चौथी बार फिर से प्रयास किया। और इस बार उन्होंने प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली। जब मेन्स का रिजल्ट आया तो उसमें भी कार्तिक का नाम था। अब इंटरव्यू की बारी थी। कार्तिक को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया और जब परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित हुआ तो कार्तिक मधिरा ने मेरिट लिस्ट में 103वीं रैंक हासिल की।
आईपीएस (IPS Officer) कार्तिक मधिरा ने समग्र दृष्टिकोण के साथ यूपीएससी की तैयारी की। उन्होंने लगातार रिवीजन पर जोर दिया।

सोशल मीडिया पर रहते हैं काफी एक्टिव

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यूपीएससी में चयनित होने से पहले के समय को याद करते हुए आईपीएस ऑफिसर (IPS Officer) कार्तिक ने कहा, ‘शुरुआत में मैंने करीब 6 महीने डेलोइट में काम किया। लेकिन मुझे यह पसंद नहीं आया। मन में कहीं ना कहीं एक टीस थी कि मेरी मंजिल कुछ और है। इसके बाद मैंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।’ कार्तिक मधिरा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं और अक्सर अपने इंस्टाग्राम पर तस्वीरें अपलोड करते रहते हैं।

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