Medicine price reduced: पीएम मोदी ने तीसरी सत्ता संभालने के बाद अब महंगाई पर वार कर आम जनता को एक बड़ा तोहफा दे दिया है। दरअसल सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 54 दवाइयों के दामों में कटौती कर दी है। जिससे अब विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे लोगों को दवाइयां लेने के लिए कम रुपए देने होंगे। सरकार ने जिन दवाइयों के दामों में कटौती करने का फैसला लिया है उनमें सुगर, हार्ट, कान की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के साथ-साथ मल्टीविटामिन और अन्य जरूरी दवाएं शामिल हैं।
एनपीपीए की बैठक में लिया गया निर्णय

देश में बिक रही दवाओं के दामों का निर्धारण करने वाली एजेंसी नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी यानी की एनपीपीए द्वारा हाल ही में 124वीं बैठक आयोजित कि गई थी। इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई साथ ही इस बैठक में कई जरूरी दवाईयों की कीमतें कम करने की बात भी कही गई थी, जिस पर सरकार ने अपना ठप्पा लगा दिया है। बैठक में कुल 54 दवा फॉर्मुलेशन और 8 विशेष दवाओं की कीमतों को कम करने का निर्णय लिया गया (Medicine price reduced)।
इस फैसले का सीधा असर उन गरीब लोगों पर पड़ेगा जो दिन प्रतिदिन मंहगी हो रही दवाइयों को खरीदने में परेशानी महसूस कर रहे थे या फिर उन्हें बिमारी के लिए कोई भी दवाई लेने में चार बार सोचना पड़ रहा था (Medicine price reduced)।
इन दवाओं की कीमतों में आई कमी

नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी की बैठक में जिन 54 दवाओं के रेट में कमी की गई है, उनमें हार्ट, डायबिटीज, मल्टी विटामिन, एंटीबायोटिक, विटामिन डी, कैल्शियम के साथ ही कान की बीमारियों से संबंधित अन्य कई दवाएं शामिल हैं (Medicine price reduced)। इसके साथ ही इस लिस्ट में 8 स्पेशल फीचर उत्पादों के दाम को भी कम करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय का सीधा फायादा आम जनता को पहुंचेगा। साथ ही सख्त निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं कि 15 दिनों के भीतर सभी डीलरशिप नेटवर्कों को कीमतों में बदलाव की जानकारी देनी होगी।
करोड़ों लोगों को होगा फायदा

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पिछले महीनें मई में भी कई जरूरी दवाओं की कीमतों में कटोती की गई थी (Medicine price reduced)। पिछले महीनें 41 दवाओं और 6 स्पेशल दवाओं के दाम कम किए गए थे। जिसके कारण गैस, एसिडिटी, लीवर की दवाएं, पेन किलर, एलर्जी की दवाइयों के दाम काफी कम हो गए थे साथ ही पिछले महीनें मल्टी विटामिन, एंटीबायोटिक, डायबिटीज और दिल से जुड़ी दवाओं के दामों में भी कटौती की गई थी (Medicine price reduced)।
ऐसे में इस महीनें फिर से कटौती की गई है और माना जा रहा है कि एनपीपीए के इस निर्णय से करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी। बता दें कि भारत में 10 करोड़ से अधिक मरीज ऐसे हैं जो रोजाना अपना सुगर कंट्रोल करने के लिए दवाई लेते हैं। ऐसे में इन दवाओं की कीमतों में कमी आने से इन सभी लोगों को भी फायदा मिलेगा।