Nepal: नेपाल (Nepal) में इन दिनों सोशल मीडिया पर #NepoKids आंदोलन चर्चा का विषय बना हुआ है। जेन-ज़ी (Gen Z) युवा वर्ग खासकर उन राजनीतिक परिवारों से ताल्लुक रखने वाले बच्चों पर भड़के हुए हैं, जिनकी लग्जरी लाइफ और ऊँचे पदों पर पहुँच को वे परिवारवाद (Nepotism) का नतीजा मानते हैं। इस पूरे विवाद में चार नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में हैं। तो आइए जानते है इन चार नेपो किड्स के बारे में…..
इन 4 नेपो किड्स को देख भड़के Gen Z

1. सौगत थापा
सबसे पहले बात सौगत थापा की करें तो वे पूर्व कानून मंत्री बिंदु कुमार थापा के बेटे हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने पिता के राजनीतिक प्रभाव का फायदा उठाकर नेपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स का चुनाव जीता। उनकी महंगी गाड़ियों, विदेश यात्राओं और आलीशान लाइफस्टाइल को लेकर लोग नाराज़गी जता रहे हैं।
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2. श्रृंखला खतिवाड़ा
दूसरा नाम है श्रृंखला खतिवाड़ा का, जो स्वास्थ्य मंत्री बिरोध खतिवाड़ा की बेटी हैं। वे मिस नेपाल (Nepal) वर्ल्ड का खिताब जीत चुकी हैं। सोशल मीडिया पर आरोप लगाया जा रहा है कि यह खिताब भी उन्होंने पिता की पहुंच के दम पर हासिल किया। उनके इंस्टाग्राम पोस्ट्स में दिखने वाली लग्जरी लाइफस्टाइल को लेकर यूजर्स भड़क गए। #NepoKids ट्रेंड के बाद उनके फॉलोअर्स में गिरावट भी देखी गई।
3. बीना मगर
बीना मगर, जो नेपाल (Nepal) के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ की बहू और जल मंत्री रह चुकी हैं, तीसरे नंबर पर आती हैं। उन पर भ्रष्टाचार और सरकारी फंड के दुरुपयोग के आरोप लगे हैं। ग्रामीण जल योजना के बजट में गड़बड़ी से लेकर विदेश यात्राओं तक, उन्हें परिवारवाद का लाभ उठाने वाला बताया जा रहा है।
4. शिवाना श्रेष्ठा
चौथा नाम है शिवाना श्रेष्ठा का, जो पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की बहू हैं। उन पर भी ऐशो-आराम भरी जिंदगी जीने और करोड़ों की संपत्ति होने के आरोप हैं। आम लोग मानते हैं कि वे अपने राजनीतिक रिश्तों का लाभ उठा रही हैं।
नेपाल (Nepal) के युवा इन नेपो किड्स के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। उनका कहना है कि असली टैलेंट और मेहनत की बजाय राजनीतिक पहुंच और पारिवारिक ताकत के आधार पर सफलता मिल रही है। यही कारण है कि जेन-ज़ी सोशल मीडिया पर खुलकर विरोध जता रहा है और पारदर्शिता की मांग कर रहा है।
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