Vegetable Price : भीषण गर्मी के बाद प्री-मानसून बारिश ने दस्तक दी है. इससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में आलू, प्याज और टमाटर सहित अधिकांश हरी-भरी सब्जियों (Vegetable Price) के भाव में तेजी हो गई हैं. इससे आम जनता का बजट बिगड़ गया है. वहीं थोक व्यापारी का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में टमाटर और हरी प्याज की कीमतों में उछाल आया है. मानसून के भाव और अभी के भाव में अंतर लगभग दोगुना है. सोमवार को खुदरा बाजार में आलू 40-50 रुपए किलो बिक रहा था.
रिपोर्ट के अनुसार इसी तरह प्याज और टमाटर के दामों (Vegetable Price) में भी 20-30 रुपए प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी देखी गई. ग्राहक इन सब्जियों को 50-60 रुपए प्रति किलोग्राम पर खरीद रहे हैं. आम तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली अन्य सब्जियों की कीमत भी बहुत अधिक है. अभी छोटी मिर्च 180 रुपए प्रति किलो (Vegetable Price) है, जबकि कुछ हफ्ते पहले तक यह 50 रुपए किलो थी.
मानसून ने बढ़ाए हरी सब्जियों के दाम
वहीं बात करें लहसुन कि तो वह 180 रुपए प्रति किलो बिक रहा है जबकि पहले थोक में इसकी कीमत 90 रुपए थी. आलू-प्याज के थोक व्यापारी बताते हैं कि बरसात की वजह से स्थानीय क्षेत्र में भी किसानों की फसल (Vegetable Price) प्रभावित हुई है. पानी की वजह से अब प्याज गंदा हो रहा है. जिससे किसानों को इन्हें फेंकना पड़ रहा है. दूसरी ओर आलू कि बात करें तो अब की बार पैदावार कम हुई है. अगर खुदरा बाजार और मंडी के थोक बाजार की कीमत की (Vegetable Price) तुलना करें तो खुदरा बाजार में खुदरा थोक दर से काफी ज़्यादा की कीमत कर रहे हैं. जिस पर नियंत्रण रखा जाना चाहिए.
प्याज ही नहीं आलू और टमाटर ने भी दिखाए तेंवर
वहीं महिलाओं का कहना है कि रसोई का पूरा बजट बिगड़ गया है. जहां एक महीने पहले 7 दिन में औसत सब्जी करीब 500 रुपए में लेकर जाते थे अब यह बजट 1000 रुपए तक हो गया है. सब्जी विक्रेता (Vegetable Price) का कहना है कि दाम ज्यादा हैं इसके बावजूद भी पर्याप्त सब्जी नहीं मिल रही है. सामान्य परिस्थितियां भी इस बार ढीली हैं. खास बात यह है कि मई में 30 रुपए किलो मिलने वाला खीरा अब 60 रुपए प्रति किलो हो गया है.
इसी तरह अन्य सब्जियां भी 100-120 रुपए प्रति किलो है. दुकानदार ने कहा कि उन्होंने ग्राहकों को सब्जी के साथ अतिरिक्त धनिया और हरी मिर्च (Vegetable Price) देना बंद कर दिया है, क्योंकि उनका दाम बहुत बढ़ गया है. बता दें धनिया 300 रुपए प्रति किलो बिक रहा है जो कुछ दिनों पहले 100 रुपए था. यानी इसकी कीमत में तीन गुना ज्यादा बढ़ोतरी है. सोमवार को हरी मिर्च 160 रुपए प्रति किलो थी.
आसमान छू रहे हैं सब्जियों के दाम
विक्रेताओं ने कहा कि बारिश होने से फसलों में प्रभाव देखने को मिला है. उन्होंने आगे बताया कि (Vegetable Price) टमाटर की कीमत 50 रुपए थी जो अब 100 के आसपास हो गई है. यहां तक कि भिंडी, लौकी और लौकी जैसी अन्य सब्जियां भी 60 रुपए प्रति किलो ससे अधिक में ही बिक रही हैं. पहले ये करीब 40 रुपए प्रति किलो (Vegetable Price) में बिक रही थी. हर हफ़्ते कीमतें बढ़ती दिख रही हैं.
ऐसे में घर का बजट चलाना मुश्किल हो रहा है. मानसून के दौरान, बारिश के दौरान दाम आमतौर पर बढ़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन अभी मॉनसून शुरू भी नहीं हुआ है. (Vegetable Price) अगर कीमतें बढ़ती रहेंगी तो कीमतों को संभालना बहुत मुश्किल हो जाएगा.
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