पंजाब में फजिल्का के जलालाबाद में निकाय चुनावों को लेकर माहौल गरमाने लगा है। मंगलवार को नामांकन पत्र दखिल करने गए शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। जानकारी के मुताबिक हिंसक झड़प में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई।
पंजाब में अकाली और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़े
पंजाब में स्थानिए निकाए चुनावों को लेकर माहौल गरमाने ने लगा है। फजिल्का के जलालाबाद में मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। आकाली दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कांग्रेसयों ने हमला किया है।
सूत्रों के मुताबिक नामांकन के लिए सेंटर पर जाने से रोकने के दौरान यह भिड़ंत हुई है। भिड़ंत के दौरान दोनो गुटों में जमकर ईट-पत्थर चले और कई राउंड फायरिंग की भी खबर आई है। इससे पहले फिरोजपुर के गुरुहरसहाए में भी दोनों गुटों के नेता आमने-सामने आ गए थे।
क्या दिखा वीडियो में
दोनों गुटों के आपसी हमलें के बीच, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की गाड़ी पर जानलेवा हमला करते हुए भीड़ का एक वीडियों भी वायरल हुआ है।
एएनआई (ANI) के वीडियों में साफ देखा जा सकता है, किस तरह एक उग्र भीड़ अकाली अध्यक्ष सुखबीर सिंह की गाड़ी पर हमला कर रही हैं। जिसमें भीड़ हाथों में धारदार हथियार लेकर उनकी गाड़ी को तोड़ रही है। और उन्हों वहा से भगा रही है।
#WATCH | Shiromani Akali Dal (SAD) president Sukhbir Singh Badal's vehicle attacked in Jalalabad, Punjab.
(Note: Strong language) pic.twitter.com/kH9HWL9ZPg
— ANI (@ANI) February 2, 2021
अकाली ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर साधा निशाना
शिरोमणी आकाली दल ने हमले के बारे में एक बयान जारी कर कहा है, “पुलिस समर्थित कांग्रेस के गुंड़ों ने अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला किया। उन्हों बचाने के लिए सामने आए पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं को गोली भी लगी है”।
फिलहाल, मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए हैं और मामले को शांत कराने की कवायद में जुटे हुए हैं, लेकिन अभी भी माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
अकाली दल ने सुखबीर सिंह पर जानलेवा हमले की निंदा है। अकाली दल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की मांग करते हुए, इस मामले की हाई कोर्ट के जस्टिस की अगुवाई में जांच की मांग की है।
अकाली दल ने कहा कि कांग्रेस के माफियाओं के आगे मुख्यमंत्री बेबस हैं साथ में राज्य पुलिस से गुंड़ों के खिलाफ कार्यवाई न करने देने के भी आरोप लगाए है।