What-Is-The-Salary-Of-A-Truck-Driver-In-The-Us-How-Many-Indians-Will-Be-Unemployed-Due-To-The-New-Ban

Truck Driver : अमेरिका में ट्रक ड्राइविंग पेशा बहुत ही लाभकारी माना जाता है। अमेरिकी ट्रक ड्राइवरों (Truck Driver) की औसत सैलरी लगभग $90,000 से $95,000 (लगभग 70 से 75 लाख रुपए) वार्षिक होती है। अनुभव, मार्ग और ड्राइविंग की श्रेणी के आधार पर यह सैलरी बदलती रहती है।

उदाहरण के लिए, कार हॉलर या भारी वाहनों के ड्राइवर लगभग 96,000 डॉलर सालाना कमा सकते हैं। वहीं, टीम ड्राइवरों की सैलरी लगभग 90,000 डॉलर होती है। अमेरिका में यह पेशा चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद आर्थिक रूप से बहुत आकर्षक है।

अमेरिकी सरकार ने वर्क वीजा पर लगाई रोक

Truck Driver
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हाल ही में अमेरिकी सरकार ने विदेशी ट्रक ड्राइवरों (Truck Driver) के लिए वर्क वीजा जारी करने पर रोक लगा दी है। यह कदम ऐसे समय में आया है जब अमेरिका में विदेशी ड्राइवरों की संख्या लगातार बढ़ रही थी। 2021 में विदेशी मूल के ड्राइवरों की संख्या 720,000 से अधिक थी, जो ट्रकिंग उद्योग में भारतीय ड्राइवरों की बढ़ती उपस्थिति को दर्शाता है। यह प्रतिबंध भारतीय ट्रक ड्राइवरों के लिए चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि अब उनके लिए अमेरिका में काम करना कठिन हो सकता है।

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ट्रकिंग सेवाओं पर पड़ सकता है असर

विशेषज्ञों का कहना है कि इस नए नियम से न केवल नए ड्राइवरों की भर्ती पर असर पड़ेगा, बल्कि मौजूदा भारतीय ड्राइवरों की नौकरी की स्थिति पर भी दबाव बनेगा। कई भारतीय पेशेवरों को अपने वीजा और नौकरी की सुरक्षा को लेकर अनिश्चितता का सामना करना पड़ सकता है। अमेरिका में भारतीय ट्रक ड्राइवर (Truck Driver) लंबे समय से उद्योग की रीढ़ रहे हैं और उनकी कमी से ट्रकिंग सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है।

इस वजह से लगाया गया बैन

इस बैन का मुख्य कारण हाल की दुर्घटनाओं और सुरक्षा मानकों को लेकर चिंता बताई जा रही है। अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि यह कदम देश में ट्रकिंग की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। हालांकि, भारतीय ड्राइवरों के लिए यह फैसला आर्थिक और पेशेवर दृष्टि से चुनौतीपूर्ण है।

अमेरिका में ट्रक ड्राइविंग (Truck Driver) का पेशा आर्थिक रूप से लाभकारी है, लेकिन नए वीजा प्रतिबंध के कारण भारतीय पेशेवरों के लिए भविष्य में रोजगार के अवसर सीमित हो सकते हैं। इससे न केवल भारतीय ट्रक ड्राइवर प्रभावित होंगे, बल्कि अमेरिकी ट्रकिंग उद्योग में भी विदेशी ड्राइवरों की कमी महसूस हो सकती है। इस बदलती स्थिति में भारतीय ड्राइवरों को अपने विकल्पों पर विचार करना होगा और भविष्य के लिए नए रणनीति तैयार करनी होगी।

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Kamakhya Reley is a journalist with 3 years of experience covering politics, entertainment, and sports. She is currently writes for HindNow website, delivering sharp and engaging stories that connect with...