Akhilesh Yadav: अभी तक आए रुझानों ने दिखा दिया है कि वक्त कभी भी पलट सकता है और जब वक्त पलटता है तो अच्छे अच्छों की हवा निकल जाती है। दरअसल इस वक्त तक आए रुझानों के कारण बीजेपी के सभी दावों की हवा निकलती हुई दिख रही है। चुनाव प्रचार के दौरान जहां बीजेपी हर चुनावी सभा में कहती थी कि इस बार 80 की 80 सीटें भाजपा के खाते में जाने वाली हैं वहीं अब ऐसा लग रहा है कि एनडीए और इंडिया की लड़ाई में यूपी के अंदर इंडिया बाजी मार जाएगा। हालांकि अभी केवल रुझानों के आधार पर ऐसा कहा जा रहा है। सत्ता की एकदम क्लियर तस्वीर तो रात तक ही आपके सामने आ पाएगी।
Akhilesh Yadav की साइकिल ने रौंदे एनडीए के अरमान

2019 के लोकसभा चुनाव में सपा (Akhilesh Yadav) ने बसपा के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया था लेकिन दोनों ही पार्टियां मात्र 16 सीटों पर सिमट के रह गई थी वहीं अकेली चुनाव लड़ रही कांग्रेस को 80 में से केवल 1 ही सीट मिल पाई थी। और एनडीएम की बात करें तो इन्होंने तो यहां 80 में से 62 सीटों पर बड़ी जीत हासिल की थी। चुनावी प्रचार के दौरान एनडीए इस बार भी एक बड़ी जीत की उम्मीद कर रही थी लेकिन अखिलेश (Akhilesh Yadav) और इंडिया गठबंधन की आंधी के कारण इस बार एनडीए के सारे अरमान हवा में उड़ते हुए नजर आ रहे हैं।
अभी तक सामने आए रुझानों की मानें तो सपा 37 सीटों पर आगे चल रही है जबकि बीजेपी 31 सीटों पर आगे चल रही है वहीं कांग्रेस भी इस बार 8 सीटों पर आगे चल रही है। ऐसे में साफ दिख रहा है कि इस बार यूपी में एनडीए पर इंडिया भारी पड़ रहा है।
सपा के कई प्रत्याशी चल रहे आगे

इस बार के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी काफी मजबूत नजर आई है। इंडिया गठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ रही सपा इस समय बीजेपी से भी आगे निकलकर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। वहीं सपा के कई दिग्गज नेता काफी बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं। वहीं सपा की मजबूती को देख बीजेपी बैकफुट पर आ गई है। सुलतानपुर में सपा के राम भुआल भाजपा की मेनका गांधी से 24040 मतों से आगे चल रहे हैं।
फैजाबाद लोकसभा में 27वें राउंड की मतगणना में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अवधेश प्रसाद 24636 वोटों से आगे है। उधर कन्नौज से खुद सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) 1,00,894 वोटों से आगे निकल गए हैं। वहीं अमेठी में तो लगभग स्मृति ईरानी की हार तय हो गई है। सोनिया गांधी के करीबी और उनके सांसद प्रतिनिधि केएल शर्मा ने इस बार अमेठी में भाजपा को धूल चटा दी है।
भाजपा को उत्तरप्रदेश में हुआ नुकसान
कहते हैं दिल्ली तक का रास्ता उत्तरप्रदेश से होकर गुजरता है। अगर दिल्ली फतह करना है तो उत्तरप्रदेश में भी जीतना होगा, अभी तक के चुनाव में तो भाजपा ने ऐसा ही करते हुए दिल्ली में अपनी सरकार बनाई है लेकिन इस बार उत्तरप्रदेश में सपा बीजेपी के सामने एक दीवार बनकर खड़ी नजर आ रही है। 2019 में जहां एनडीए को 80 में से 62 सीटें मिली थी और सपा (Akhilesh Yadav) को केवल 16 सीटें।
वहीं, इस बार सपा ने पूरा खेल बदल लिया है अब तक सामने आए रुझान में सपा 37 सीटों पर आगे चल रही है। और बीजेपी मात्र 31 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। ऐसे में बीजेपी को प्रदेश में लगभग 31 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। इतना ही नहीं बीजेपी के कई बड़े नेता भी सपा की इस आंधी में उड़ते हुए नजर आ रहे हैं।
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