Arvind Kejriwal : ज़मानत पर जेल से बाहर आए अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) इन दिनों काफी सुर्ख़ियों में हैं. वहीं आज्ज उन्होंने घोषणा कर दी है कि वह मुख्यमंत्री पद से त्याग दे देंगे. शराब नीति मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में शामिल अरविंद केजरीवाल को किसी तरह की फिलहाल राहत मिली है. राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने अब उन्हें राहत और जमानत दी है. उन्हें सीधा तिहाड़ जेल ले जाया जाएगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार तिहाड़ जेल में अरविंद केजरीवाल को आम कैदी कि तरह ही रखा गया था. बैरक नंबर 2 में बैरक को तिहाड़ जेल में रखा गया.
अरविंद को जमानत पर मिली जेल से मुक्ति
वहीं केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने जेल में बीते दिनों को याद किया और कहा कि ये बड़े ही संघर्ष भरे दिन रहे हैं. उन्होंने कहा मैंने वहां तीन किताबों को पढ़ा था. इन किताबों में भगवद गीता, रामायण और पत्रकार नीरा चौधरी द्वारा लिखित ‘हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड’ शामिल है. आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय महासचिव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा है कि उन्हें तिहाड़ जेल वापस जाने को लेकर कोई ”तनाव या चिंता” नहीं है.
उन्होंने देश के लिए जेल जाने को अपने ”संघर्ष” का हिस्सा बताया. इसके साथ ही उन्होंने जेल में बिताए समय को याद किया. उन्होंने कहा कि जेल में दो बार गीता पढ़ी गई है, इससे उनकी नजरिया बिल्कुल बदल गया है.
जेल में रहकर अरविंद ने पढ़ी ये किताबें
सीएम (Arvind Kejriwal) जमानत की अवधि को बढ़ाया गया है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से समाजवादी चुनाव के लिए प्रचार करने के वास्ते 10 मई को मंजूरी दे दी थी. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया को बताया बातचीत में कहा गया कि जेल में लगभग एक महीने रहने के दौरान उन्होंने जेल में दो बार ‘गीता’ पढ़ी. उन्होंने दावा किया कि इससे उनकी नज़रिया बदल गया है.
तिहाड़ जेल से वापसी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने (Arvind Kejriwal) कहा, ‘मुझे कोई तनाव या चिंता नहीं है. अगर मुझे वापस जाना पड़ा तो मैं वापस चला गया. मैं इसे देश को बचाने के अपने संघर्ष का हिस्सा बताता हूं.’
गीता, रामायण जैसे शास्त्रों का किया अध्ययन
जेल कि दिनचर्या के बारे में अरविंद (Arvind Kejriwal) ने बताया कि सुबह में करीब 6.30 बजे चाय और बिस्किट दिया जाता है. इसके बाद यदि कोर्ट जाना हो या फिर मुलाकात हो तो उसकी तैयारी हो जाती है. सुबह 10.30 और 11 बजे के करीब एक दाल, सब्जी और 5 रोटी, जिस कैदी को रोटी नहीं खानी है वो चावल ले सकते हैं. फिर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक बंद कर दिया जाता है. जेल में बिताए समय को याद करते हुए कहा गया कि उन्होंने ‘गीता’, ‘रामायण’ और देश के राजनीतिक इतिहास सहित तीन-चार किताबें पढ़ीं.
जेल में अपनी दिनचर्या के बारे में किया खुलासा
इसके साथ ही उन्होंने (Arvind Kejriwal) यह भी आरोप लगाया कि जेल में बंद अपराधियों के माध्यम से 24 घंटे नजर रखी जाती थी. यह निगरानी 13 जेल अधिकारियों के साथ-साथ प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा भी की गई थी. बता दें इससे पहले भी वह जमानत पर बाहर आए थे. लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें जेल से जमानत पर रिहाई मिली थी. वहीं अब हरियाणा में विस चुनाव है तो वह इसके लिए अपनी पार्टी का प्रचार करेंगे.
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