Vijay Mallya: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि भारत छोड़ने से पहले मैंने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी. और राज समानी के पॉडकास्ट में विजय माल्या ने पहली बार विस्तार से बताया कि 2016 में भारत छोड़ने से पहले उसने संसद में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी और उन्हें बताया था कि वह लंदन जा रहा है.
लेकिन माल्या का दावा, उसके भागने में अरुण जेटली का सबसे बड़ा हाथ, चलिए आगे जानते हैं क्या है सच्चाई?
जेटली ने दावों को किया खारिज

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने माल्या के दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा, ” विजय माल्या (Vijay Mallya) का बयान गलत है. मैंने 2014 से उन्हें मिलने का समय नहीं दिया है. ऐसे में मेरा उनसे मिलने का सवाल ही नहीं उठाता. जेटली के मुताबिक, राज्यसभा का सदस्य होने के नाते माल्या कभी-कभी संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेते थे। वित्त मंत्री ने लिखा है, “उन्होंने एक बार इस विशेषाधिकार का दुरुपयोग किया और जब मैं सदन से निकलकर अपने कमरे की ओर जा रहा था, तो वह तेजी से मेरे पीछे-पीछे आए और मेरे पास आ गए।जाते समय उन्होंने कहा कि उनके पास ऋण का समाधान करने की एक योजना है।”
जेटली ने कहा, “उनके पहले के ऐसे ‘झूठे प्रस्तावों’ से पूरी तरह वाकिफ होने के कारण, मैंने उन्हें बातचीत आगे बढ़ाने का मौका नहीं दिया और कहा, ‘मुझसे बात करने का कोई मतलब नहीं है और उन्हें अपना मामला बैंकों के समक्ष रखना चाहिए।'”
क्या अरुण जेटली ने माल्या को भगाया
“भगौड़ो का साथ, लुटेरों का विकास” भाजपा का एकमात्र लक्ष्य है।
मोदी जी,
छोटा मोदी #1,छोटा मोदी #2,‘हमारे मेहुल भाई’,अमित भटनागर जैसों को देश के करोड़ो लुटवा,विदेश भगा दिया।
विजय माल्या, तो श्री अरुण जेटली से मिल,विदाई लेकर,देश का पैसा लेकर भाग गया है?
चौकीदार नहीं,भागीदार है! pic.twitter.com/2fA83FhvQc
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 12, 2018
कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार को वित्त मंत्री जेटली के साथ विजय माल्या (Vijay Mallya) की बैठकों का ब्यौरा देना होगा। पार्टी ने कहा, “सरकार को यह बताना होगा कि विजय माल्या को भारत छोड़ने की अनुमति कैसे दी गई।” कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “भगोड़ों का समर्थन करना और लुटेरों का विकास करना ही भाजपा का एकमात्र उद्देश्य है।
मोदी जी, आपने ललित मोदी, नीरव मोदी जैसे लोगों को ‘हमारे मेहुल भाई’, अमित भटनागर जैसे लोगों को देश का करोड़ों रुपया लूटकर विदेश भागने पर मजबूर कर दिया।” तो क्या विजय माल्या, श्री अरुण जेटली से मिलकर और उन्हें विदा करके देश का पैसा लेकर भाग गया है? वह चौकीदार नहीं, भागीदार है!”
पासपोर्ट रद्द कर दिया गया

माल्या ने पॉडकास्ट में यह भी स्पष्ट किया कि वह 1988 से ब्रिटेन में रह रहे हैं और उन्हें 1992 में ‘अनिश्चितकालीन रहने की अनुमति’ दी गई थी। वह भारत में केवल 180 दिनों तक रहे और उन्होंने भारतीय नागरिकता बरकरार रखी, क्योंकि वह संसद सदस्य थे. उन्होंने कहा कि देश छोड़ने के बाद भी वह भारत लौटना चाहते थे और उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से समय मांगा था ताकि वह विदेशी कंपनियों में अपने शेयर बेच सकें और बैंकों का बकाया चुका सकें।
विजय माल्या (Vijay Mallya) ने दावा किया कि उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है, जिसके कारण वे भारत नहीं लौट सकते। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नीयत साफ होती तो उन्हें वापस बुलाया जा सकता था, लेकिन सरकार ने दिखावे के लिए उनके प्रत्यर्पण पर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए।
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