Chhath Puja 2025: छठ पूजा का पर्व 25 अक्टूबर 2025 से मनाया जा रहा है, जो कि चार दिवसीय महापर्व है. इसमें व्रती महिलाएं 36 घंटे निर्जला व्रत रखती हैं. हिंदू धर्म में छठ पूजा को इसलिए भी खास कहा जाता है क्योंकि छठ सिर्फ पूजा नहीं है बल्कि बिहारियों की आस्था और संस्कृति है. जिसमें सूर्यदेव और छठ माता की विशेष पूजा की जाती है. इस खास दिन के लिए व्रती कई दिन पहले ही तैयारियों में जुट जाते हैं. लेकिन इस पूजा के खास नियम है, जिसमें कुछ खास फल भी शामिल हैं.
लिहाजा, अगर आपने छठ पूजा पर इन 7 फलों को शामिल नहीं किया, तो आपकी पूजा अधूरी रह सकती है. चलिए तो आगे जानते हैं कि कौन से ये 7 फल, जिसकी वजह से आपकी मनोकामना पूरी नहीं होगी.
इन 7 फलों से खुश होंगी छठी मैया
1. ठेकुआ

लिस्ट में पहले नंबर पर बिहार का सबसे प्रसिद्ध ठेकुआ शामिल है. बता दें कि ठेकुआ, भारतीय उपमहाद्वीप में बनने वाली एक सूखी मिठाई है. जिसे चावल के आटे, गेंहू का आटा और मैदा से बनाया जाता है. बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश (पूर्वांचल) और नेपाल में यह बहुत लोकप्रिय है। छठ पूजा में ठेकुआ को प्रसाद के रूप में शामिल किया जाता है. यह छठ माता को काफी प्रिय होता है. बिहारी मान्यताओं के अनुसार ठेकुआ छठ पूजा में महाप्रसाद के रूप में माना जाता है.
2. नारियल

लिस्ट में दूसरे नंबर पर नारियल शामिल है. जिसके बिना हर पूजा अधूरी मानी जाती है. नवरात्रि हो या कोई हवन, पूजा की लिस्ट में नारियल टॉप पर होता है. हिंदू धर्म के मुताबिक, माता के किसी भी स्वरूप की पूजा में नारियल बेहद महत्वपूर्ण होता है. वहीं, छठ पर्व में भी अगर छठी मैया को खुश करना है तो उनका प्रिय नारियल जरूर चढ़ाना चाहिए.
3. केला

तीसरे नंबर पर सबसे शुद्ध माना जाने वाला केला है. ज्योतिष शास्त्र में सबसे शुद्ध और शुभ फलों में केला को कहा गया है. इतना ही नहीं बल्कि भगवान विष्णु का प्रिय फलों में से एक केला ही है. वहीं, छठ महापर्व पर केले का भोग लगाने से मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसलिए पूजा पर पक्के केले के साथ ही कच्चे केले को भी जरूर शामिल करें.
4.सिंघाड़ा

चौथे नंबर पर सिंघाड़ा शामिल है. आमतौर पर सर्दीयों में सिंघाड़ा खूब खाया जाता है. कीमत में भी ये फल बजट फ्रेंडली होता है. माना जाता है कि छठ पूजा में इस फल को शामिल करने से मां की कृपा प्राप्त होती है. लिहाजा, अपनी फलों की लिस्ट में सिंघाड़े को जरूर शामिल करें. ताकि इस छठ आपकी पूजा अधूरी नहीं मानी जाए.
5. डाभ नींबू

लिस्ट में पांचवें नंबर डाभ नींबू है. जिसका इस्तेमाल टोना-टोटका में किया जाता है. वहीं, ज्योतिष शास्त्र में डाभ नींबू को शुभ फलों में गिना जाता है. बता दें कि ये फल नींबू से बड़ा होता है और खाने में खट्टा-मिठ्ठा होता है. लिहाजा, छठ पर्व पर प्रसाद के रूप में डाभ नींबू को जरूर शामिल करना चाहिए. ऐसा करने से छठी मैया आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगी.
6.गन्ना

लिस्ट में छठें नंबर पर गन्ना शामिल है. छठ पर्व पर गन्ना प्रसाद में प्रमुख माना जाता है. कहा जाता है कि, छठी मैया को गन्ना बहुत ही प्रिय है. इसलिए छठ पर्व पर गन्ना प्रसाद के रूप में जरूर शामिल किया जाता है. मान्यता है कि, छठ में गन्ना चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि आती है.
7.सुपारी

लिस्ट के आखिरी में सुपारी आती है. छोटी सी दिखने वाली सुपारी हिंदू धर्म में ज्यादातर पूजा अर्चना और हवन में इस्तेमाल की जाती है. वहीं, छठ पर्व पर भी मैया की पूजा अर्चना में प्रसाद के रूप में सुपारी शामिल करनी चाहिए. कहते है कि सुपारी माता को प्रिय है, इसलिए नवरात्रि में भी चढ़ाई जाती है.
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