On Vijayadashami, Know How Shri Ram Was Not An Ideal Husband And What Went Wrong With Mother Sita
On Vijayadashami, know how Shri Ram was not an ideal husband and what went wrong with Mother Sita

Shri Ram : हिंन्दू मान्यताओं के अनुसार त्रेता युग में भगवान विष्णु ने श्री राम (Shri Ram) का अवतार लिया था. उन पर ही पूरा रामायण ग्रंथ लिखा हुआ हैं. उनकी बाल लीलाओं से लेकर यौवन तक के हर कार्यों का उल्लेख उसमें मिलता हैं. उसी के आधार पर भगवान राम की छवि मर्यादा पुरुषोत्तम राम की बनी हैं.

लेकिन श्री राम ने अपने जीवन में ऐसे कई निर्णय लिए हैं जिनके कारण लोग कभी असमंजस में भी पड़ जाते हैं की भगवान होते हुए भी उन्होंने ये काम क्यों किये. वहीं, भगवान श्री राम (Shri Ram) ने अपनी पत्नी सीता के साथ भी कई जगह ऐसा बर्ताव किया है जो लोगों को भ्रम में डाल लेता हैं.

Shri Ram ने किया माता सीता के साथ ये बर्ताव

Shri Ram

आज हम आपको ऐसे ही श्री राम द्वारा किए गए उन कार्यों से अवगत कराने जा रहे हैं जिनसे पता चलता है की भगवान श्री राम (Shri Ram) ने माता सीता के साथ दुर्व्यवहार किया और उन सभी कार्यों से हर मर्द को सबक लेना चाहिए. बता दें कि बाहर वालों के तानों की वजह से किसी भी इंसान को अपनी पत्नी पर शक नहीं करना चाहिए। ना ही संसार की वजह से उसे अकेला छोड़ना चाहिए। रामायण में जिस तरह से राम से अपनी प्रजा के लिए माता सीता का तिरस्कार कर दिया था, वो बिल्कुल भी ठीक नहीं था। ऐसे में हर मर्द को सीख लेनी चाहिए की चाहें दुनिया कुछ भी कहें  लेकिन अपनी पत्नी का साथ नहीं छोड़ना चाहिए।

सोच-समझ के लें निर्णय

Shri Ram

अपनी पत्नी पर खतरे बरपाकर खुद साक्षी और महान होने का तमगा लेने के लिए लोग यह भी कहते हैं कि राम (Shri Ram) की लीला तो वो ही जानते हैं. हम क्यों सवाल करें?  इस बात की तर्कहीनता से आप खुद को सही साबित नहीं कर सकते हैं. अंधी श्रद्धा के बलबूते पर आप सिर्फ राम का नाम रट सकते हैं, लेकिन बिना उनके गुण जाने-समझे आप स्वयं में विश्वास नहीं कर सकते. दुनिया में रामायण (Shri Ram) के कई संस्करण लिखे गए हैं कई रचनाएँ हैं.

श्री राम के इन गुणों को करें त्याग

Shri Ram

वाल्मिकी और तुलसीदास कृत रामायण में राम ने सीता को अग्नि परीक्षा के बाद भी छोड़ दिया, तो उस नाते से वे आदर्श पति, व्यक्ति और उदाहरण नहीं हो सकते. ऐसी ही कईं घटनाओं से सिद्ध होता है कि भगवान श्री राम किसी भी तरीके से माता सीता के लिए एक सफल पति नहीं बन पाए थे. उनका (Shri Ram) उदासीन रवैया हर किसी को आश्चर्यचकित करने वाला हैं.

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