Sawan 2024: इन दिनों पूरे देश में सावन की धूम चल रही है। भगवान शिव को समर्पित इस माह में शिवलिंग का जलाभिषेक करना अत्यंत ही शुभ और कल्याणकारी माना जाता है। सावन के महीनें में ही शिव भक्त गंगाजल लेने के लिए कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं और फिर सावन शिवरात्री पर उसी गंगाजल से शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं।
कई बड़े पंडित मानते हैं कि सावन शिवरात्री के दौरान एक विशेष समय में शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भोलेनाथ की असीम कृपा प्रदान होती है और भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। ऐसे में अगर आप भी जानना चाहते हैं कि सावन शिवरात्री (Sawan 2024) पर किस विशेष समय पर जल चढ़ाना चाहिए, तो आईए हम आपको बताते हैं।
सावन शिवरात्री पर जल चढ़ाने का उत्तम समय
वैसे तो सावन के महीनें में शिवलिंग पर कभी भी जल चढ़ाना शुभ ही माना जाता है लेकिन अगर आपको शिव की विशेष कृपा चाहिए तो इसके लिए 2 अगस्त को आने वाली सावन शिवरात्री के दिन शिवलिंग पर जल जरूर चढाना चाहिए, मान्यता है कि इस दिन जल चढ़ाने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर मनोकामना को पूरा करते हैं। तो चलिए जानते हैं कि सावन शिवरात्री के दिन जल चढ़ाने का सबसे उत्तम समय क्या है।
- ब्रह्म मुहूर्त- 4:19 AM से 5:01 AM तक
- प्रातः सन्ध्या- 4:40 AM से 5:43 AM तक
- अभिजित मुहूर्त- 12:00 PM से 12:54 PM तक
- विजय मुहूर्त- 2:42 PM से 3:36 PM तक
- गोधूलि मुहूर्त- 7:11 PM से 7:32 PM तक
- सायाह्न सन्ध्या- 7:11 PM से 8:14 PM तक
- सर्वार्थ सिद्धि योग- 10:59 AM से 5:44 AM, अगस्त 3 तक
- निशिता मुहूर्त- 12:06 AM, अगस्त 3 से 12:49 AM, अगस्त 3 तक
सावन शिवरात्रि पर पूजा का उत्तम मुहूर्त
कहते हैं पूरे सावन में अगर आपने किसी भी दिन मन से शिव को याद किया तो शिव आपको निराश नहीं करेंगे। लेकिन सावन शिवरात्री का महत्व बाकी दिनों से कई अधिक है। इस दिन सभी कावंड यात्री गंगाजल से शिव को स्नान कराते हैं और अपनी यात्रा को खत्म करते हैं। इसके साथ ही इस दिन मंदिरों व घरों में पूजा पाठ इत्यादी भी किया जाता है। कई बड़े ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस साल सावन शिवरात्री पर पूजा करने का सर्वोत्तम समय रात्री 12 बजकर 6 मिनट से लेकर रात्री 12 बजकर 49 मिनट तक रहेगा। इस विशेष समय में पूजा-अर्चना करने से आपको शुभफलों की प्राप्ती होगी।
सावन शिवरात्रि पर चार प्रहर पूजा का सही समय
कई भक्त सावन शिवरात्रि (Sawan 2024) पर चार प्रहर की पूजा कर शिव की विशेष कृपा प्राप्त करते हैं। लेकिन इस पूजा के लिए समय का खासा ध्यान रखना अति आवश्यक है। इस पूजा के लिए सर्वोत्तम समय निम्नलिखित है
- रात प्रथम प्रहर पूजा समय- रात 7:11 से रात 9:49 तक रहेगा।
- रात द्वितीय प्रहर पूजा समय- रात 9:49 से देर रात 12:27बजे तक रहेगा।
- रात तृतीय प्रहर पूजा समय- देर रात 12:27 से 3:06 बजे तक रहेगा।
- रात चतुर्थ प्रहर पूजा समय- 3 अगस्त की सुबह 3:06 से सुबह 5:44 बजे तक रहेगा।