Sawan 2024: सावन का महीना यानी की श्रावण को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीना माना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार ये महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीनें शिवभक्त अलग अलग तरीकों से शिव को प्रसन्न करने में जुट जाते हैं। शिव का आर्शीवाद प्राप्त करने के लिए कोई इस पूरे महीनें व्रत लेता है तो कोई कावड़ यात्रा में शामिल होता है। उधर भगवान शिव भी इस महीनें अपने भक्तों की गुहार जरूर सुनते हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस महीनें हमें दही से बनी हुई कढ़ी का बिल्कुल भी सेवन नहीं करना चाहिए। आईए जानते हैं कि आखिर क्यों इस महीनें कढ़ी से परहेज किया जाता है।
सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए कढ़ी?
इस वर्ष सावन 22 जुलाई से शुरू हो चुका है जो की 19 अगस्त को समाप्त होगा। इस महीनें में हिंदू धर्म के लोग कई चीजों का पालन करते हैं जैसे की इस महीनें मास का सेवन नहीं किया जाता। इसके साथ ही इस मीहनें कढ़ी से भी परहेज करना चाहिए। वैसे तो दही और बेसन से बनी कढ़ी कई भारतीयों की पंसद होती है लेकिन सावन के महीनें में इसे खाने से बचना ही चाहिए, क्योंकि कढ़ी आध्यात्मिक संतुलन को बिगाड़ सकती है। माना जाता है कि इस महीनें में दही जैसे खट्टे और किण्वित खाद्य पदार्थों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि ये पदार्थ तमस को बढ़ाते हैं, जो की आध्यात्मिक विकास और स्पष्टता में बाधा बन सकता है।
हो सकती हैं पाचन संबंधी समस्याएं
सावन के साथ आने वाले मानसून के मौसम में पाचन संबंधी समस्याओं का जोखिम काफी बढ़ जाता है। तापमान में लगातार आ रहे उतार चढाव के कारण मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है जिससे की पाचन तंत्र काफी कमजोर हो सकता है। अब चूंकी दही एक डेयरी उत्पाद है जिस कारण ये पेट और पाचन जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है। मानसून के मौसम में दही से बनी हुई चीजों का सेवन करने से अपच या अन्य जठरांत्र संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
मानसून में वात दोष होता है हावी
आयुर्वेद और प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में हर रोग के बारे में बड़ी ही गहनता से बताया गया है। साथ ही इसमें बताया गया है कि सावन के महीनें में वात दोष काफी हावी होता है, जो की खट्टा, नमकीन और किण्वित पदार्थों का सेवन करने से काफी बढ़ सकता है। यही वजह है कि कई डॉक्टर भी सावन के महीनें में दही से बनी कढ़ी नहीं खाने की साफ हिदायत देते हैं। साथ ही बताया गया है कि कढ़ी का सेवन करने से वात बढ़ सकते हैं और अपच, पेट फूलना, अपच और जोड़ों में दर्द जैसी कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
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