Sawan Durgashtami : सावन दुर्गाष्टमी (Sawan Durgashtami) का त्यौहार हर साल बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. यह दिन मां दुर्गा को समर्पित है. इस दिन मां दुर्गा की पूजा और व्रत किया जाता है. इस व्रत के दौरान लोगों को जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि उन्हें व्रत का पूरा फल मिल सके. ऐसी मान्यता है कि इस शुभ तिथि पर मन से मां दुर्गा की पूजा और व्रत करने से जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है और मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है. सावन का महीना भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है. इस महीने में कई शुभ अवसर आते हैं, जिनमें से एक दुर्गाष्टमी भी होता है.
कल रहेगी सावन की दुर्गाष्टमी, ऐसे करें दुर्गा का पूजन
सावन की दुर्गाष्टमी (Sawan Durgashtami) पर मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है और माना जाता है कि इस दिन की पूजा से मां दुर्गा के भक्तों पर विशेष कृपा बनी रहती है. दुर्गाष्टमी के दिन शक्ति की पूजा का विशेष महत्व है. माता दुर्गा को आदि शक्ति माना जाता है और इस दिन उनकी पूजा करने से भक्तों को शक्ति, साहस और आशीर्वाद प्राप्त होता है. दुर्गाष्टमी (Sawan Durgashtami) के दिन व्रत रखने और मां दुर्गा की पूजा करने से सभी पापों का नाश होता है और भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
दुर्गा के पूजन से मिलती है शक्ति और बढ़ता है साहस
ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति की कामनाएं पूरी हो जाती हैं. अब ऐसे में इस दिन कुछ उपाय करने से व्यक्ति को लाभ हो सकता है. ज्योतिषियों की भविष्यवाणी तो सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी (Sawan Durgashtami) तिथि 12 अगस्त को भारतीय समय पर प्रातः 07 बजकर 56 मिनट पर प्रारंभ होग. वहीं अष्टमी तिथि का समापन 13 अगस्त को प्रातः 09 बजकर 31 मिनट पर होगा.
अत: 13 अगस्त को सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी है. आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य द्वारा विस्तार से बताए गए उपाय जानते हैं. सावन दुर्गाष्टमी के दिन सुबह स्नान करने के बाद मां दुर्गा की विधि पूजा करें- पवित्र करें और प्रिय जी को भोग लगाएं.
13 अगस्त को मनाई जाएगी सावन की दुर्गाष्टमी
ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा को भोग लगाए बिना पूजा सफल नहीं होती है. उनके भोग में खीर, पूरी, चने और हलवा शामिल होते हैं. इससे साधक को जीवन में कोई भी परेशानी नहीं होगी. यदि आप सुख-समृद्धि में वृद्धि चाहते हैं, तो सावन दुर्गाष्टमी (Sawan Durgashtami) पर मां दुर्गा को दूध और घी से बनी मिठाई का भोग लगाएं. ऐसा माना जाता है कि इन भोग से मां दुर्गा की शोभा होती हैं और साधक की सभी मुराद पूरी होती हैं. इसके अलावा भोग मालपुआ को शामिल करने से बुद्धि का विकास होता है.
मालपुआ, पूरी-चने और हलवे का भोग है माता को प्रिय
विवाह में बाधा आ रही है तो स्नान-दान के बाद लाल वस्त्र धारण करें. अब विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करें, पूजा के दूसरे घर की सुहागन स्त्री देवी दुर्गा मानकर उनको सिन्दूर दान करें. यह उपाय सिद्ध हो सकता है. वहीं कारोबार में लगातार हो रहा है नुकसान से बचने के लिए सप्तशती का एक पाठ करें, पांच लौंग और पांच लाल फूल चढ़ाएं. माँ दुर्गा के आशीर्वाद से आय के बंद स्रोत खुलेंगे. कर्ज से मुक्ति नहीं मिल रही है तो मासिक दुर्गाष्टमी (Sawan Durgashtami) के दिन मां दुर्गा की पूजा के साथ कन्या-पूजन करें.
कन्या-पूजन और दान करने से सब मनोरथ होंगे सिद्ध
गरीब अनाथालयों को अन्न, धन और वस्त्र दान करें. इससे उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा. घर की कोई बात व्यथित कर रही है या घर में कुछ बातें ऐसी होती हैं जिनके कारण मन अशांत रहता है, मगर किसी से परेशानी शेयर नहीं कर रहे हैं. तो दुर्गाष्टमी (Sawan Durgashtami) के मां दुर्गा की पूजा करती हैं उन्हें लाल रंग की चुनरी चढ़ानी चाहिए.
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