इस बार अधिक मास के चलते दुर्गा नवमी का पर्व देरी से आरंभ हो रहा है. 18 सितंबर 2020 से अधिक मास लगा है जो 16 अक्टूबर 2020 तक चलेगा उसके बाद 17 अक्टूबर से नवरात्रि महोत्सव आरंभ होगा9 दिनों तक चलने वाली नवरात्रि त्यौहार मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है प्रत्येक दिन का महत्व अनेकों प्रकार के होते हैं और माधवी की हर दिन पूजा अलग तरीके से की जाती है 17 अक्टूबर से शुरू हो रही है.
जाने किस पर होती है मां दुर्गा सवार
इस साल नवरात्रि 2020 शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, जो 25 अक्टूबर तक चलने वाली है. इस त्योहार को हर हिंदुत्व बहुत ही श्रद्धा से मनाते है, विद्वानों का मानना है कि मां दुर्गा हर वर्ष विभिन्न प्रकार वाहनों पर सवार होकर भक्तों की बीच आती हैं ऐसा कहा जाता है, कि कैलाश पर्वत से धरती पर अपनी यात्रा के दौरान वह अपने वाहन पर सवार होकर ही आती है. और उस सवारी का महत्व बहुत ही महत्वपूर्ण होता है आइए जानते हैं कि मां देवी इस बार अपनी किस सवारी से सवार होकर आने वाली हैं.
दिन के अनुसार माँ दुर्गा करती है वाहन का चयन
17 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्रि पूजा में ऐसा माना जा रहा है कि मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर कैलाश से पृथ्वी तक पर आएंगी ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि प्रथम दिन शनिवार है और कहा जाता है कि जिन जिन के अनुसार ही मां दुर्गा अपने वाहन का चयन करती. घोड़ी पर मां दुर्गा का आना अशुभ माना जाता है, ऐसा इसलिए क्योंकि घोड़े को जंग का प्रतीक माना जाता है. ज्योतिषियों के अनुसार घोड़े पर मां दुर्गा का आना किसी पड़ोसी देशों से युद्ध के आरंभ होने का संकेत मिलता है. इसके अलावा कई राजनीतिक में भूचाल भी आने का संकेत बढ़ जाता है, सत्ता में भी कुछ अप्रत्याशित होने की आशंका होती है.
माँ दुर्गा किस दिन करती है, कौन से वाहन का चयन
यहां तक कि अगर नवरात्रि सोमवार या रविवार से शुरू हो रहे हो तो देवी दुर्गा मां हाथी को अपना वाहन बनाती हैं जबकि बुधवार को शुरू होने पर मां नाव पर सवार होकर आती हैं मां दुर्गा डोली पर सवार होकर तब आती है| जब नवरात्रि गुरुवार या शुक्रवार से शुरू होते हैं शनिवार अथवा मंगलवार को प्रथम दिन होने पर देवी घोड़े को अपना वाहन बनाती हैं इस साल अधिक मास के कारण दुर्गा पूजा एक माह के विलंब से शुरू हो रहा है.