Wtc Final: फाइनल में मिली हार के बाद विराट कोहली ने दिया संकेत, इस दिग्गज खिलाड़ी का टीम से बाहर होना तय!

न्यूजीलैंड के हाथों विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल (WTC Final 2021) में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट टीम में बदलाव के संकेत दिए हैं. विराट कोहली ने कहा कि समीक्षा के बाद सही लोगों को लाया जाएगा जो अच्छे प्रदर्शन के लिए सही मानसिकता के साथ उतरें. भारतीय बल्लेबाजों ने फाइनल में निराश किया जिससे टीम को आठ विकेट से पराजय झेलनी पड़ी.

नाम लिए बिना पुजारा पर साधा निशाना

विराट कोहली

विराट कोहली ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि कुछ खिलाड़ी रन बनाने का जज्बा ही नहीं दिखा रहे हैं. सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 54 गेंद में आठ रन बनाये और अपने पहले रन के लिये 35 गेंद खेली. उसके बाद दूसरी पारी में 80 गेंद में 15 रन बनाये. न्यूजीलैंड ने 139 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया.

विराट कोहली का ये बयान कि कुछ खिलाड़ी रन बनाने का जज्बा नहीं दिखा रहे हैं ये इशारा करता है कि उन्होंने चेतेश्वर पुजारा पर हमला किया है. चेतेश्वर पुजारा पिछले काफी समय से अपनी धीमी बल्लेबाजी को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं. इंग्लैंड दौरे के बाद उनके टीम में बने रहने पर बड़ा फैसला हो सकता है.

टीम को रन बनाने वालों की जरूरत

विराट कोहली

विराट कोहली ने मैच के बाद कहा,

”हम आत्ममंथन करते रहेंगे और इस पर बात होती रहेगी कि टीम को मजबूत बनाने के लिये क्या करना चाहिये. एक ही ढर्रे पर नहीं चलेंगे. हम एक साल तक इंतजार नहीं करेंगे. आप हमारी सीमित ओवरों की टीम देखें तो हमारे पास गहराई है और खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे हैं. टेस्ट क्रिकेट में भी इसकी जरूरत है.”

विराट कोहली ने आगे कहा,

”हमें नये सिरे से समीक्षा करके योजना बनानी होगी और यह समझना होगा कि टीम के लिये क्या असरदार है और हम कैसे बेखौफ खेल सकते हैं. सही लोगों को लाना होगा जो अच्छे प्रदर्शन की सही मानसिकता के साथ उतरें.”

गेंदबाजों का निडर होकर सामना करना होगा-कोहली

विराट कोहली

विराट कोहली ने न्यूजीलैंड जैसे शानदार गेंदबाजी आक्रमण के सामने रन बनाने के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा,

”हमें इस पर काम करना होगा कि रन कैसे बनाये जायें. हमें मैच को अपने हाथ से निकलने नहीं देना है. मुझे नहीं लगता कि कोई तकनीकी परेशानी है.यह जागरूकता की और गेंदबाजों का निडर होकर सामना करने की बात है. गेंदबाजों को लंबे समय तक एक ही जगह गेंदबाजी के मौके नहीं देने हैं बशर्ते गेंद जबर्दस्त स्विंग नहीं ले रही हो जैसा पहले दिन हुआ था.”

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