जैसा कि आप सभी जानते हैं भारतीय टीम का डंका पूरी दुनिया में बजता है. भारतीय टीम आईसीसी की हर बड़ी ट्रॉफी अपने नाम कर चुकी है. कपिल देव से लेकर और आज के कप्तान विराट कोहली अब तक जितने भी कप्तान हुए हैं सब ने बेहतरीन कप्तानी का प्रदर्शन कर भारत को एक नए मुकाम पर पहुंचाया है. भारत का हर खिलाड़ी अपने दम पर खेल बदलने की ताकत और कुब्बत रखता है.
अब बात करते हैं भारत के अब तक के सबसे बेहतरीन कप्तान की वीरेंद्र सहवाग से जब पूछा गया कि सौरव गांगुली या फिर एम एस धोनी कौन ज्यादा बेहतर कप्तान है इस बात में कोई शक हो सुबह नहीं है कि महेंद्र सिंह धोनी और दादा सौरव गांगुली ने भारतीय टीम के लिए बेहतरीन कप्तानी की है. इन दोनों कप्तानों को योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है.
आपको बता दें सौरव गांगुली भारतीय टीम को तीन 2003 की आईसीसी वनडे विश्व कप के फाइनल में ले गए थे. वहीं महेंद्र सिंह धोनी ने आईसीसी की सभी बड़े टूर्नामेंट की ट्रॉफी भारत को दिलाई हैं. चाहे वो T20 वर्ल्ड कप हो या फिर वनडे वर्ल्ड कप हो या फिर चैंपियन ट्रॉफी यह सब ट्रॉफी महेंद्र सिंह धोनी की बेहतरीन कप्तानी का ही परिणाम है. भारत में अब तक के सबसे बेहतरीन कप्तानों की जब बात होती है, तो महेंद्र सिंह धोनी को सबसे टॉप पर रखा जाता है और बेशक रखा भी जाना चाहिए.
आरजे रौनक के यूट्यूब शो सुपर जब वीरेंद्र सहवाग से पूछा गया कि आप के सबसे ज्यादा पसंदीदा कप्तान कौन रहे महेंद्र सिंह धोनी या फिर दादा सौरव गांगुली? वीरेंद्र सहवाग ने इसका जवाब देते हुए कहा कि महेंद्र सिंह धोनी बेशक बेहद अच्छे कप्तान रहे हैं पर मुझे लगता है कि सौरव गांगुली ज्यादा अच्छे कप्तान थे, मेरे लिहाज से सौरव गांगुली दादा बेहद बेहतर कप्तान थे.
वीरेंद्र सहवाग यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि दादा ने एक नई टीम का निर्माण किया और 19 लड़कों को जीतने का जज्बा दिया और जितना सिखाया दादा सौरव गांगुली ने ही नए लड़कों को विदेशी की धरती पर जितना सिखाया था. इस इस बात से तो हर कोई वाकिफ है. वीरेंद्र सहवाग अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की वजह से जाने जाते थे. विरेंद्र सेहवाग 90 के दशक में अपना शतक हमेशा छक्का चौका लगाकर ही करते थे वीरेंद्र सहवाग कहते हैं कि मैंने दादा की कप्तानी में क्रिकेट को बहुत एंजॉय किया है.