लड़कों के साथ क्रिकेट खेलने से लेकर &Quot;अंडर 19 वर्ल्डकप&Quot; की हीरो बनने तक, श्वेता सहरावत की कहानी जानकर हर भारतीय को होगा गर्व

लड़कों के साथ क्रिकेट खेलने से लेकर “अंडर 19 वर्ल्डकप” की हीरो बनने तक, Shweta Sherawat की कहानी जानकर हर भारतीय को होगा गर्व

29 जनवरी को महिला अंडर 19 विश्वकप का फाइनल मैच खेला जाने वाला है। जिसमें भारत की टीम और इंग्लैंड की टीम एक दूसरे के आमने सामने होंगी। टीम इंडिया के फाइनल तक पहुंचने में वैसे तो कई खिलाड़ियों का योगदान है। लेकिन टीम की उपकप्तान श्वेता सहरावत (Shweta Sherawat) इन सभी में विशेष हैं। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में यह बल्लेबाज नंबर 1 पर है। उन्होंने अब तक 6 पारियों में 292 रन बनाए हैं। जिसमें 3 अर्धशतक शामिल है। इसके अलावा उन्होंने का स्ट्राइक रेट 141 और उनका औसत 146 का है। बता दें कि भारत के लिए टूर्नामेंट में अब तक सबसे बड़ी मैच विनर उपकप्तान श्वेता ही रहीं।

बचपन से था क्रिकेट से लगाव

एक समय ऐसा भी था जब श्वेता को लगा था कि अब उन्हें क्रिकेट को अलविदा कहना होगा। उनके परिवार वाले उनकी बड़ी बहन को एक क्रिकेटर बनाना चाहते थे। जिन्हें देखकर उन्होंने भी क्रिकेट खेलना सीखा था। उनको बचपन से ही क्रिकेट से एक लगाव हो गया। जिसके लिए उन्हें कई बार जिद भी करनी पड़ी। हालांकि उनके पिता उनके क्रिकेटर बनने की बात को गंभीरता से नहीं लेते थे।

लड़कों के साथ खेलती थीं क्रिकेट

क्रिकेट के प्रति प्रेम ऐसा था कि श्वेता सेहरावत लंबे समय तक लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती रहीं। एक दिन जब उनकी बड़ी बहन का दाखिला नए क्रिकेट एकेडमी में हो रहा था तब श्वेता अपने पिता के साथ वहीं थी। वहां एक कोच ने उनको बैटिंग करने को कहा, जबकि गेंद एक 14 साल के लड़के के हाथ में थी। उसकी गेंद पर उन्होंने एक कमाल का शॉट जड़ दिया।जिसे देखने के बाद उनके पिता हैरान भी थे और आश्चर्य में भी। अगले ही दिन उन्होंने श्वेता को नई क्रिकेट किट लाकर दी। इसके बाद श्वेता फिर कभी नहीं रुकीं। दरसअल 4 साल तक लड़कों के साथ क्रिकेट खेलते हुए वो एक कमाल की निडरता से भरी हुई खिलाड़ी बन गई थीं। इसी वजह से वह इतने आत्मविश्वास के साथ शॉट लगा पाईं।

फाइनल में बड़ी उम्मीद

अब देखना होगा कि 29 जनवरी को होने वाले अंडर 19 (U19 WC) विश्वकप फाइनल में श्वेता सेहरावत कैसा प्रदर्शन करती हैं। इंग्लैंड की टीम भी इस फाइनल को जीतने के लिए श्वेता के लिए एक विशेष गेम प्लान बना कर मैदान में उतरेगी। उनकी पूरी कोशिश होगी कि भारत के उपकप्तान का विकेट उन्हें जल्द से जल्द मिल सके।