INDvsWI: अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए पहले वनडे मैच में टीम इंडिया ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज को 6 विकेट से मात दी। इस सीरीज में अगुवाई ओपनर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के कप्तानी युग का जीत से आगाज हुआ। जहां, मैच में Rohit Sharma ने डीआरएस का सही इस्तेमाल किया, तो वहीं इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए रोचक बात कही दी। आइये इस आर्टिकल के जरिए जानते है गावस्कार ने रोहित शर्मा को लेकर क्या कहा?
Sunil Gavaskar ने बदली DRS की परिभाषा
बता दें भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहले वनडे मैच में टीम इंडिया को शानदार जीत मिली है। जहां रोहित शर्मा ने कप्तानी की कमान संभालते हुए जबरदस्त प्रदर्शन दिखाया। मैच के दौरान रोहित शर्मा ने डीआरएस का सही इस्तेमाल भी किया। जिसके बाद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए रोहित शर्मा की तुलना एमएस धोनी से की। दरअसल, महेंद्र सिंह धोनी का सही रिव्यू लेने का प्रतिशत बेहद ज्यादा रहा है। धोनी एक शातिर कप्तान के साथ मैदान पर लिए जाने वाले फैसलों के बारे में भी जाने जाते थे। जिसके चलते DRS को धोनी रिव्यू सिस्टम भी कहा जाने लगा था।
अब रोहित शर्मा के सही रिवीयू लेने पर गावस्कर (Sunil Gavaskar) का कहना है कि DRS को “डेफीनेटली रोहित सिस्टम” भी कहा जा सकता है। सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कॉमेंट्री के दौरान कहा कि,
“पहले जब एमएस धोनी सही रिव्यू लेते थे तो इसे धोनी रिव्यू सिस्टम कहा जाता था। अब रोहित शर्मा भी सही निर्णय ले रहे है, इसलिए आप इसे ‘डेफिनेटली रोहित सिस्टम ‘ कह सकते हैं।”
रोहित शर्मा ने 3 बार लिया सही रिव्यू
बता दें वनडे सीरीज के पहले मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है। टीम इंडिया ने मेहमान टीम पर दबाव बना कर रखा अंत में वेस्ट इंडीज टीम सिर्फ 176 रनों पर ऑल आउट हो गई है। भारत को इस मैच में 3 विकेट DRS के चलते हासिल हुए है। दरअसल इस मैच में अम्पायरिंग कर रहे केएन अनंत पद्मनाभन ने 3 बार गलत निर्णय दिया। जिस पर रोहित शर्मा ने DRS का इस्तेमाल किया और थर्ड अंपायर ने ऑन फील्ड अंपायर का फैसला बदलना पड़ा।
DRS क्या होता है?
मॉडर्न डे क्रिकेट में DRS यानी “डीसीजन रिव्यू सिस्टम” की बड़ा रोल होता है। इसके इस्तेमाल से ऑन फील्ड अंपायर के निर्णय की समीक्षा की जा सकती है। अगर समीक्षा के दौरान ऑन अंपायर का फैसला गलत पाया जाता है तो उनसे अपना फैसला बदलने को कहा जाता है। हर टीम को एक वनडे मैच की शुरुआत में में 2 DRS दिए जाते हैं। अगर टीम सही रिव्यू करती है तो DRS कायम रहता है, वहीं अगर कोई टीम गलत रिव्यू लेती है तो उस पारी के लिए DRS रद्द कर दिए जाते हैं।