उत्तर प्रदेश के हाथरस में चर्चित कांड को लेकर अब राज्य सरकार द्वारा बड़ी कार्यवाही की जाएगी. इस मामले में सभी आरोपियों का नारको टेस्ट करवाया जाएगा. एसआईटी की रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार ने इस बात का फरमान जारी किया है कि, आरोपियों के साथ ही साथ पीड़िता के पक्ष वाले लोगों का भी पालीग्राफी और नारको टेस्ट करवाया जाएगा.
हाथरस कांड में आरोपियों के साथ-साथ पुलिस टीम का भी करवाया जाएगा नारको टेस्ट
खबरों के मुताबिक बात की जाए तो इस मामले को लेकर कई तरह की अफवाहें भी उड़ाई जा रही हैं. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर तरह-तरह के वीडियो और फोटो भी वायरल हो रहे हैं. इन सबके चलते सरकार ने सबूतों को इकट्ठा करने के लिए पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ साथ आरोपियों और पुलिसकर्मियों की भी साइंटिफिक जांच करवाने के आदेश दिए. जारी किए गए प्रेस नोट के मुताबिक ऐसा पहली बार होगा कि जब किसी मामले में आरोपियों के साथ-साथ पुलिस की टीम का भी नारको टेस्ट और पालीग्राफी करवाया जा रहा हो.
हाथरस के जिला अधिकारी पर भी हो सकती है कार्यवाही
अगर बात की जाए हाथरस पुलिस की, तो वहां के पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ डीएसपी को भी निलंबित कर दिया गया है. इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी काफी नाराजगी जता रहे हैं.
हाथरस कांड में गैंगरेप पीड़िता के परिवार वालों ने जिलाधिकारी प्रवीण कुमार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता के परिवार वालों का कहना है कि, प्रशासन ने उनको धमकाया है और उनपर काफी दबाव भी डाला है. खबर आई थी कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस के जिला अधिकारी पर भी कड़ी कार्यवाही कर सकते हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताते हुए हाथरस के पुलिस अधीक्षक एसपी विक्रांत वीर और क्षेत्राधिकारी राम शब्द के साथ-साथ संबंधित थाने के इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा को सस्पेंड कर दिया. इसके अलावा एसआई जगबीर सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है.