नई दिल्ली: इतिहास में आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। वर्षों तक अदालत में मामला चलने के बाद आखिरकार आज अयोध्या में राम मंदिर की नींव पड़ गई है। आपको बता दें, पूजा के स्थल पर यूपी के CM योगी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत और नृत्य गोपाल दास मौजूद रहे।
देश अभी कोरोना संकट से गुजर रहा है। पिछले कई दिनों से भारत में रोजाना कोरोना से संक्रमण के 50,000 से ज्यादा नए मामले आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के अबतक कुल 19 लाख 8 हजार 254 मामले हो गए हैं। इसे देखते हुए मंगलवार को शिवसेना ने राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम पर तंज कसा है। शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में तंज कसते हुए कहा है कि देश के प्रधानमंत्री के मंदिर की नींव रखने से बड़ा स्वर्णिम पल कोई नहीं हो सकता। कोरोना वायरस फैला है लेकिन वह भगवान राम के आशीर्वाद से खत्म हो जाएगा।
उसके साथ ही कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता अडवाणी और जोशी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसमें हिस्सा लेंगे। वह कोविड-19 के मद्देनजर अयोध्या नहीं जा रहे। इस अभियान से जुड़ी रहीं उमा भारती भी अयोध्या नहीं जाएंगी। शिवसेना ने कहा कि अयोध्या में सुरक्षा की सारी जिम्मेदारी गृह मंत्रालय ने उठाई और अब केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का वहां नहीं जा पाने से कार्यक्रम थोड़ा फीका तो पड़ेगा।
बता दें, कार्यक्रम में यूपी के CM योगी ने संबोधन करते हुए पीएम मोदी का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह भावनात्मक पल है। योगी के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत संबोधित किया। भगवान राम सबके हैं और सब भगवान राम के हैं। PM नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि सभी पहले मेरे साथ प्रभु राम जी को और मां जानकी को याद कर लें। उन्होंने सियावर रामचंद्र के नारे के साथ अपने संबोधन की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य कि ट्रस्ट ने मुझे इस पल का साक्षी बनाया और इसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं।