Dussehra 2022 Pujan Vidhi : हिंदू धर्म में नवरात्रि पूरे हर्षोंउल्लास के साथ मनाई जाती है। इस दौरान घरों में कलश स्थापना की जाती है। कलश स्थापना के साथ ही जौ भी बोई जाती है और 9 दिनों तक इन जौ की बहुत देखभाल की जाती है। क्योंकि जिस तरह यह बढ़ती है उसी तरह आपके घर की खुशियों में भी इजाफा आता हैं।
वहीं अगर जौ न उगे या पीले पड़ जाते हैं तो आने वाले समय में यह आपके लिए परेशानियों का सबब बन सकता है। बता दें कि नवरात्रि में बोए गए जौ से विजयादशमी यानि दशहरे (Dussehra) के दिन अहम पूजा की जाती है। आइए इस लेख के जरिये हम आपको विस्तार से पूजन विधि के बारे में बताते हैं।
Dussehra के दिन इस तरह की जाती है पूजा

हिंदू धर्म का में दशहरा का दिन अच्छाई का बुराई पर जीत होने का प्रतीक माना जाता है। हर साल यह त्योहार आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता हैं जो इस बार 5 अक्टूबर यानी की आज है। इस दिन रावण दहन होता है और इसी के साथ धर्म की अधर्म पर जीत होती हैं। वहीं दशहरे (Dussehra) के दिन घरों में पूजा की जाती है और नवरात्रि में बोए गए जौ का इस पूजा में इस्तेमाल होता है।
पूजा से घर में सुख-शांति का होता हैं वास

दशहरे (Dussehra) के दिन पूजा के लिए गोबर के बनाए गए 9 कंडो पर हरी जौ रखी जाती है। इसके पास जौ रखे गए कंडो के पास बैठकर भगवान का ध्यान किया जाता हैं। इसके बाद फिर गायत्री मंत्र पढ़ा जाता है और घर के सभी पुरूष अपने कानों के बीच में जौ को रखते है।
पुरानों के अनुसार कहा जाता है कि ऐसा करने से सदबुद्धि आती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। इस के बाद अपने घर के सभी बड़ों का आशीर्वाद ले कर पूजा को संपन्न किया जाता हैं।
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